बिहार के मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने खुद के साथ छुआछूत का एक ऐसा सनसनीखेज खुलासा किया है जिससे सामाजिक हलके खलबली मच सकती है.
जिस समाज में दिलत मुख्यमंत्री को छुआछूत का दंश झेलना पड़े वहां आम लोगों के संग क्या व्यौहार हो तो होगा इस बात का अंदाजा इस घटना से लगाया जा सकता है.
यह सनसनीखेज खुलासा मांझी ने पटना में पूर्व मुख्यमंत्री भोला पासवान शास्त्री की सौवीं जयंती के अवसर खुलासा करते हुए कहा कि उपचुनाव के दौरान जब वो मधुबनी गए थे तो लोगों की मांग पर उन्होंने मंदिर में पूजा की थी. और जब वो मंदिर से पूजा करके बाहर निकले तो भगवान की मूर्तियों को धोया गया.
आईबीएन-7 के अनुसार मांझी को इस बात की जानकारी बाद में दी गयी. उन्होंने कहा कि
मांझी ने कहा कि दरअसल अनुसूचित जाति में जन्म लेना ही उनका कसूर बन गया है. जीतन मांझी के मुताबिक ये जानकारी उन्हें पार्टी के ही एक नेता ने दी.
ज्ञात हो कि कुछ दिन पहले ही खुद मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के जिले के एक गांव से उनकी जाति के ही 300 से ज्यादा लोगों को दबंगों ने गांव छोड़ने पर मजबूर कर दिया. इसके पहले दलित समुदाय के एक व्यक्ति की हत्या अगड़ी जाति के लोगों ने चुनावी रंजिश में कर दी.
आईबीएन-7 के अनुसारसीएम ने जिस दौरे को लेकर ये आरोप लगाए हैं, उस दिन उनके साथ मंत्री नीतीश मिश्रा और एक विधान पार्षद भी थे.