मोहन परसरण को देश का सॉलिसिटर जनरल नियुक्त किया गया है. कुछ दिन पहले आर नॉरिमन के इस्तीफे के बाद यह पद खाली हो गया था.
मोहन परसरण 2004 से अब तक अतिरक्त सॉलिसिटर जनरल के रूप में काम कर रहे थे. मोहन पूर्व ऑटॉरनी जनरल के परसरण के बेटे हैं.
मोहन ने अपनी नियुक्ति के बाद अंग्रेजी अखबार टेलिग्राफ से कहा, मैं इस असाइनमेंट से काफी खुश और उत्साहित हूं. निश्चित तौर पर यह एक चुनौतियों भरा काम है. और मुझे विश्वास है कि मैं इस दायित्व को अच्छी तरह निभाऊंगा.
सॉलिसिटर जनरल का पद, न्यायिक क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा पद माना जाता है.
52 वर्षी प्रसन्न ने कहा वह समय समय पर सरकार को पूरी ईमानदारी से सभी महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपनी राय दिया करूंगा.
प्रसन्न को अनेक पेचीदा कानूनी मामलों में प्रभावशाली तरीके से सरकार का पक्ष रखने का श्रय दिया जाता है.उन्हें नागरिक संगठनों द्वारा सरकार को घेरने के लिए किये जाने पीआईएल पर सरकार का बखूबी पक्ष रखने में महारथ हासिल है.
पिछले दिनों आर नॉरिमन ने सरकार की नीतियों से नाराज हो कर सॉलिसिटर जनरल के पद से इस्तीफा दे दिया था.