आईआईटी में दाखिले के लिए हुई जेईई एडवांस परीक्षा में रहमानी-30 के 80 में 45 छात्रों ने सफलता हासिल की है. इस शानदार रिजल्ट के बाद रहमानी 30 के संचालक व बिहार के पूर्व डीजीपी अभयानंद ने सफल छात्रो को बधाई दी.
इन सफल छात्रों में एक मो. राशिद हैं जिनके पिता कोलकाता में अखबार बेचने का काम करते हैं. राशिद ने बताया कि वह अपने जीवन में ऐसी सफलता हासिल करने की उम्मीद कभी नहीं कर सकता था लेकिन रहमानी 30 ने उसके जीवन को नयी दिशा दी.
राशिद का कहना है कि रहमानी 30 ने दो साल तक जिस तरह से पढ़ाई करवायी और जैसा माहौल दिया, उसी का नतीजा है कि आज वह सफल हो सका है.
इसी तरह शादाब हुसैन ने भी इस बार कामयाबी हासिल की है. शादाब के पिता पलंबर हैं. शादाब का कहना है कि वह आज जिस मुकाम पर पहुंचा है उसका श्रय रहमानी-30 को जाता है जिसने उसे दो साल तक फ्री कोचिंग और फ्री लाजिंग की सुविधा दी.
गौरतलब है कि रहमानी-30 देश भर के होनहार छात्रों को उनकी योग्यता के आधार पर चयन करता है और उनकी पढ़ाई और रहने खाने का फ्री इंतजाम करता है. पिछले पांच सालों में इस संस्थान ने काफी नाम कमाया है. प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयनित छात्र-छात्राओं को फाउंडेशन द्वारा आईआईटी, एआईपीएमटी, मेडिकल, चाटर्ड एकाउंटेंट, न्यायिक सेवा आदि की निश्शुल्क तैयारी करवाई जाती है। चयनित छात्र-छात्राओं को कोचिंग के निकट आवासी व खाने-पीने की सुविधा भी निश्शुल्क मुहैया करायी जाती है।
प्रवेश परीक्षा के माध्यम से चयनित छात्र-छात्राओं को फाउंडेशन द्वारा आईआईटी, एआईपीएमटी, मेडिकल, चाटर्ड एकाउंटेंट, न्यायिक सेवा आदि की निश्शुल्क तैयारी करवाई जाती है। चयनित छात्र-छात्राओं को कोचिंग के निकट आवासी व खाने-पीने की सुविधा भी निश्शुल्क मुहैया करायी जाती है।
बिहार के पूर्व डीजीपी और फिजिक्स के शिक्षक अभयानंद इस संस्थान के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.