वरिष्ठ आईएफएस अधिकारी तन्मय लाल को उत्कृष्ट विदेश सेवा के लिए द्वितीय एस के सिंह पुरस्कार प्रदान करने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के साथ हमारी साझेदारी विकास के लक्ष्यों, देश की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हमारी अंतरराष्ट्रीय जिम्मेदारियों को निभाने के लिहाज से माहौल बनाने में राजनयिकों का बड़ा योगदान है.
यह पुरस्कार दिवंगत पूर्व विदेश सचिव और जानेमाने राजनयिक एस के सिंह के नाम पर शुरु किया गया है.
तन्मय लाल ने 2009-09 के दौरान थाइलैंड में आये राजनीतिक अस्थिरता के दौरान भारतीय नागरिकों और भारत के हितों की रक्षा करने में शानदार योगदान के लिए दिया गया है. पिछले साल एसके सिंह पुरुस्कार बाला वेंकटेश वर्मा को दिया गाया था.बला ने भारत अमरिका सिविल न्युकलियर डील को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी.
पुरस्कार के निर्णायक मंडल के प्रमुख उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी हैं.निर्णायकों में कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी भी शामिल हैं.
विदेश सेवा के अधिकारियों की भावी पीढियों के आदर्श के तौर पर एस के सिंह की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘लोक सेवकों की परीक्षा अकसर कठिन हालात और चुनौतीपूर्ण माहौल में होती है.’’उन्होंने कहा कि भारतीय राजनयिकों को देश के लिए शांति, स्थिरता और सुरक्षा का माहौल बनाने के और दीर्घकालिक परिणामों के लिहाज से अंतरराष्ट्रीय वार्ताओं में राष्ट्रीय हितों की सुरक्षा के प्रयास करने चाहिए