2016 की इरोम शर्मिला स्कालरशिप संयुक्त रूप से रोहित वेमुला और कन्हैया कुमार को दिया गाया है.
यह स्कालरशिप उन छात्रों को दी जाती है जिन्होंने लोकतंत्र को मजबूत करने, समानता और जीने के अधिकार के प्रति महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए दी जाती है.
हैदराबा युनिवर्सिटी के स्कालर रोहित वेमुला ने कथित रूप से शोषण से तंग आ कर आत्म हत्या कर ली थी
इरोम शर्मिला स्कालरशिप की शुरुआत 2012 में दिल्ली युनिवर्सिटी के प्रोफेसर नंदनी सुंदर ने की थी. यह पुरस्कार वित्तीय जरूरत, अकादमिक योग्यता और समाज के लिए किये गये योगदान के आधार पर दिया जाता है. इस पुरस्कार के तहत 50 हजार रुपये दिये जाते हैं जबकि संयुक्त रूप से पुरस्कार देने की स्थिति में यह राशि 60 हजार रुपये दी जाती है.
2013 में पहली बार यह पुरस्कार आईमन मजीद नामक कश्मीरी युवक को दिया गया था.