राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने बताया कि देशभर में लगाई गई इन राष्ट्रीय लोक अदालत में लगभग 39 लाख मामलों की सुनवाई की गई.
देश भर की सभी हाईकोर्टों और जिला अदालतों में एक साथ शनिवार को लोक अदालत का आयोजन हुआ जिनमें 39 लाख मामलों की सुनवायी की गयी.
इनमें सड़क दुर्घटना, चेक बाउंस, बैंक रिकवरी व अन्य मामले शामिल थे.लोक अदालत में सबसे अधिक मामले मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में निपटाए गए. मध्यप्रदेश में 7.97 लाख और उसके बाद महाराष्ट्र में जहां 5.66 लाख मामले निपटाए गए.
लोक अदालतों का उद्घाटन सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस पी सतशिवम ने शनिवार को किया लेकिन उन्होंने चेतावनी दी और कहा कि लोक अदालतों के माध्यम से लोगों को त्वरित न्याय मिलता है, मगर जजों को यह ध्यान रखना चाहिए कि मामले के निपटारे के दौरान किसी के साथ अन्याय न हो जाए. क्योंकि लोक अदालतों के फैसले के खिलाफ अपील का प्रावधान नहीं है. ऐसे में किसी के साथ अहित न हो, इसका विशेष ध्यान रखना जरूरी है.