अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के छात्रों पर पुलिस लाठी चार्ज के विरोध में विधानमंडल के दोनों सदनों में भाजपा ने जमकर हंगामा किया। वेल में पहुंचकर उन्होंने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
विधानसभा में जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी के साथ विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव की नोकझोंक भी हुई। भाजपा सदस्यों का विरोध इतना उग्र था कि सुबह विधानसभा की कार्यवाही महज आठ मिनट ही चल सकी। उसके बाद भाजपा सदस्यों ने दिनभर विधानसभा का बहिष्कार किया। नंदकिशोर ने आरोप लगाया कि सरकार पहले से तय कर चुकी थी कि छात्रों को सबक सिखाना है। इसीलिए उन्हें उकसाया गया और फिर बेरहमी से पीटा गया। यहां तक कि हॉस्पीटल ले जाने की बजाए थानों में ले जाकर उनकी बर्बरता से पिटाई की गई।
विजय चौधरी ने इसका प्रतिवाद किया। उन्होंने कहा कि सरकार हर स्तर पर बहस को तैयार है। चाहे राज्यपाल को बुला लिया जाए या फिर दोनों सदनों का संयुक्त अधिवेशन बुला ली जाए। सरकार पूरे साक्ष्य के साथ उनके आरोपों का जवाब देने को तैयार है। भाजपा तो पहले से तय करके आई थी कि सदन नहीं चलने देना है। क्या यही संसदीय परम्परा है कि लोकतंत्र में सदन ही नहीं चलने दिया जाए। ये प्रस्ताव लाएं, बहस करें। सरकार कहीं भाग रही है? उधर, भाजपा सदस्य बेहद उग्र होकर नारेबाजी करते रहे। उनके हंगामे में कुछ भी सुनाई नहीं दे रहा था। उधर एबीवीपी के संगठन के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीहरि गोरीकर ने 30 मार्च को बिहार बंद का ऐलान किया है।