हिंदू आतंकवाद और नोट बंदी के समर्थन पर अफसोस जाहिर कर लोगों के निशाने आये साउथ एक्‍टर कमल हासन एक बार फिर से अपना पक्ष रखते हुए खुद को तर्कवादी बताया और कहा कि अगर सच बोलने पर लोगों को इसी तरह जेल में डाला जाता रहा है तो एक दिन ये जेल भी कम पड़ जाएंगी. 

नौकरशाही डेस्‍क

उन्‍होंने पिछले हफ्ते ही उन्होंने तमिल मैगजीन लिखा था कि राइट विंग हिंसा में शामिल है और हिंदू कैम्पों में आतंकवाद दाखिल हो चुका है. जिसके बाद वे राइट विंग के निशाने पर आ गए थे और सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्रोल भी किये गए थे. जिसके बाद आज हासन ने कहा कि कट्टरता और आतंकवाद में फर्क है. लेकिन, मैं अपनी विचारधारा के बारे में दूसरों को ज्ञान नहीं दे सकता. मैं एक तर्कवादी हूं.

कमल हासन ने उस बात का भी जवाब दिया, जिसमें कहा गया कि वे एक राजनीतिक पार्टी बनाने के लिए ऐसा कह रहे हैं. हासन ने कहा कि लोग कहते हैं कि मैं एक सियासी पार्टी बनाने और उसके नाम का एलान करने वाला हूं. लेकिन, बच्चे का नाम रखने के लिए बच्चा भी तो होना जरूरी है. हालांकि उन्‍होंने ये भी कहा कि पहला कदम मोबाइल ऐप लॉन्च करना होगा. इससे में फैन्स और अपने करीबियों के टच में बना रहूंगा. इसके अलावा पॉलिटिकल पार्टी को मिलने वाले फंड भी रिसीव किए जा सकेंगे.

गौरतलब है कि हासन के हिंदू आतंकवाद वाले बयान पर भाजपा सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा था कि अगर उनके पास हिंदू आतंकवाद के सबूत हैं तो उन्हें अफसरों से इसकी शिकायत करनी चाहिए. हासन एक नैतिक रूप से भ्रष्ट व्यक्ति हैं. उन्हें गंभीरता से नहीं लिया जा सकता. एक अन्‍य भाजपा नेता नेता नारायण त्रिपाठी ने कहा था कि हासन के आर्टिकल पर कहा था कि वो अपने शब्द वापिस लें और माफी मांगे. हकीकत में हिंदू बहुसंख्यक हैं और इसलिए शांति भी है. तो शिवसेना की स्पोक्सपर्सन मनीषा कायंदे ने कहा था कि राजनीति में ऐसे दावे नहीं चल सकते. हिंदू आतंकवाद की बात करने वाली कांग्रेस आज सत्ता से बाहर हो गई है.

 

 

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