मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि उनकी सरकार राज्य में सहकारिता के विकास और उसे सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है । श्री कुमार ने पटना में अखिल भारतीय सहकारिता सप्ताह (14-20 नवंबर 2017) के अवसर पर ज्ञान भवन सभागार में विभिन्‍न योजनाओं का शुभारंभ करते हुए कहा कि पिछले 10 वर्षों में सहकारिता जगत में काफी कुछ किया गया है, जिसका परिणाम आज सबके सामने है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ करना बाकी है। उन्होंने कहा कि सहकारिता क्षेत्र का विकास कृषि के विकास के लिए भी आवश्यक है। 


मुख्यमंत्री ने कहा कि जब 2008 में बिहार में पहला कृषि रोड मैप बना उसमें सहकारिता विभाग को भी शामिल किया गया, वहीं 2012-17 दूसरे कृषि रोड मैप और अब 2017-22 के लिए बने तीसरे कृषि रोड मैप में भी सहकारिता जगत के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण प्रयास किये गए हैं, ताकि बिहार में उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ाने के साथ ही किसानों की आमदनी को भी बढ़ाया जा सके।

श्री कुमार ने कहा कि अनाज की अधिप्राप्ति बहुत ही आवश्यक है, जबकि बिहार में पहले अधिप्राप्ति न के बराबर हुआ करती थी, जिसके कारण किसानों को औने-पौने दामों में अनाज व्यापारियों को बेचना पड़ता था लेकिन अब राज्य अन्न के मामले में स्वावलम्बी बना है और आवश्यकता से अधिक अनाज का उत्पादन यहां हो रहा है, ऐसे में किसानों को उनके फसल का वाजिब मूल्य मिले, इसके लिए राज्य सरकार हर सम्भव प्रयास कर रही है।

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