सरकार ने क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत अधिकतम 2,500 रुपये में एक घंटे तक की फ्लाइट के लिए योजना प्रारूप आज जारी कर दिया। इसके तहत 201 से 225 किलोमीटर तक की दूरी के लिए अधिकमत किराया 1,770 रुपये तथा 776 से 800 किलोमीटर के लिए अधिकमत किराया 4,070 रुपये होगा।
नागर उड्डयन मंत्री अशोक गजपति राजू ने प्रारूप जारी करते हुये बताया कि योजना 201 किलोमीटर से 800 किलोमीटर तक की उड़ानों पर लागू होगी। इसके तहत 500 किलोमीटर तक की दूरी के लिए 2,500 रुपये करने का प्रस्ताव है। उन्होंने कहा कि यह मानकर प्रारूप तैयार किया गया है कि औसतन एक विमान एक घंटे में 500 किलोमीटर की उड़ान भरता है और इसलिए एक घंटे तक की उड़ान अधिकतम 2,500 रुपये में कराने के वादे के अनुरूप 476 से 500 किलोमीटर तक के लिए अधिकतम किराया 2,500 रुपये तय किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि पर्वतीय इलाकों के लिए जहाँ कम दूरी तय करने में भी ज्यादा समय लग सकता है, आरसीएस में शामिल होने के लिए 200 किलोमीटर की न्यूनतम सीमा में छूट दी जा सकती है।
आरसीएस मार्गों पर हेलीकॉप्टरों के लिए आधे घंटे तक की उड़ान का अधिकतम किराया 2,500 रुपये तथा इसके बाद पाँच मिनट के अंतराल वर्ग में किराया बढ़ाते हुये 56 से 60 मिनट की उड़ान के लिए पाँच हजार रुपये अधिकमत किराया करने का प्रस्ताव है।
आरसीएस के तहत मझौले तथा छोटे शहरों के अब तक अविकसित या अर्द्धविकसित हवाई अड्डों को शामिल किया जाना है। इस योजना के तहत छूट उन्हीं उड़ानों पर दी जायेगी जिनमें कम से कम एक क्षेत्रीय हवाई अड्डा हो।