मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आवास सात सर्कुलर रोड और एक अण्णे मार्ग के बीच उलझे रहने वाले अधिकारियों की गतिशीलता अब ज्यादा बढ़ गयी है। सीएम शासकीय कामकाज के लिए अपने आवास के अलावा ज्यादा समय सीएम सचिवालय यानी 4 केजी में दे रहे हैं। वह सीएम आवास एक अण्णे मार्ग स्थित संकल्प या विमर्श में बैठने के बजाये 4 केजी में बैठना ज्यादा पंसद कर रहे हैं। यही कारण है कि 4 देशरत्न मार्ग में सक्रियता बढ गयी है।
वीरेंद यादव
सीएम हाउस के अधिकारियों की कार्यशैली भी बदल गयी है। सीएमओ में चार आइएएस अधिकारी तैनात हैं। प्रधान सचिव डीएस गंगवार, सचिव चंचल कुमार व अतीश चंद्रा और ओएसडी धर्मेंद्र सिंह सीएमओ से जुड़े हुए हैं। पटना के डीएफओ गोपाल सिंह भी सीएमओ में ओएसडी हैं। पटना में किसी भी कार्यक्रम में इन पांच में कम से कम तीन अधिकारी जरूर सीएम के साथ होते हैं। डीएस गंगवार और चंचल कुमार मंच पर अगली पंक्ति में बैठते हैं। अतीश चंद्र, गोपाल सिंह और धमेंद्र सिंह पिछली लाइन में बैठते हैं।
मुख्य सचिव भी पहुंचे
आज विभिन्न प्रतिनिधियों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव अंजनी कुमार सिंह भी मौजूद थे। सीएम के साथ अधिकारियों की उपस्थिति का फायदा होता है कि सीएम अपेक्षित आदेश और निर्देश तुरंत दे देते हैं। इसके साथ ही सुनिश्चित करवाने की जिम्मेवारी भी तय कर देते हैं। इससे कामों के प्रति उत्तरदायित्व भी बढ़ जाता है।
4 केजी में रौनक
सीएम नीतीश कुमार अपना ज्यादा समय सीएम सचिवालय में दे रहे हैं। आज ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सीएम काफी देर तक वहीं रुके और कई प्रतिनिधिमंडल के साथ मुलाकात की। सीएम ने पहले कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चौधरी के नेतृत्व में किसानों के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। इसके बाद विधान पार्षद संजय सिंह के साथ पुलिस एसोसिएशन के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और 13 माह का वेतन देने के कैबिनेट के फैसले का स्वागत किया।