नौकरशाही डॉट इन को सूत्रों से जानकारी मिली है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने के बाद अरविंद केजरीवाल सीरियल ‘राजनीति ब्लास्ट’ करने की तैयारी में हैं.
उनके इस ‘राजनीतिक ब्लास्ट’ में कांग्रेस, भाजपा और कार्पोटरेट घराने होंगे. आम आदमी पार्टी इस रणनीति पर काम कर रही है कि देश और मीडिया का फोक्स लोकसभा चुनावों तक अरविंद केजरीवाल पर कैसे केंद्रित हो. इसके लिए केजरीवाल भारतीय जनता पार्टी की दिल्ली में सरकार के दौर से लेकर शीला दीक्षित के दौर में हुए बड़े सरकारी फैसले के कारण हुए भ्रष्टाचार को समेट सकते हैं.
आम आदमी पार्टी अपनी रणनीति कुछ इस तरह तैयार कर रही है कि अब तक मीडिया और देश का फोकस रहे नरेंद्र मोदी बनाम अन्य की जगह अब मामला अरविंद केजरीवाल बनाम अन्य हो कर रही जाये.
49 दिनों तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे केजरीवाल की टीम ने कई ऐसी दस्तावेज तक अपनी पहुंच बना ली है जिसके उजागर होने से राजनीतिक तूफान खड़ा किया जा सके.
सूत्रों का तो यहां तक दावा है कि इन संभावित खुलासों से एक साथ भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस को निशाना बनाया जायेगा. सबसे दिलचस्प बात यह है कि इस राजनीतिक ब्लास्ट में दिल्ली की नौकरशाही के गलियारों में गहरी पैठ रखने वाले नौकरशाहों ने निवर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कई महत्वपूर्ण दस्तावेज उपलब्ध कराने में मदद की है.
बताया जाता है कि टीम केजरीवाल के चंद महत्वपूर्ण रणनीतिकार इस बात पर गहन मंथन करने में जुटे हैं कि इन संभावित खुलासों को कब और कैसे सार्वजनिक किया जाये ताकि रानीतिक रूप से आम आदमी पार्टी को लाभ पहुंचे.