पठानकोट आतंकवादी हमले के बाद सैन्य तथा सुरक्षा ठिकानों की सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने की दिशा में पहला बडा कदम उठाते हुए रक्षा मंत्रालय ने महत्वपूर्ण सैन्य संस्थानों की सुरक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए एक समिति गठित की है।
पठानकोट वायु सैनिक अड्डे पर गत दो जनवरी के आतंकवादी हमले के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ पिछले सप्ताह एक बैठक में सभी सैन्य और सुरक्षा ठिकानों की समीक्षा का निर्णय लिया था। इस हमले में सात सुरक्षा कर्मी शहीद हो गये थे। श्री पर्रिकर ने नई दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों की समीक्षा के लिए एक विशेष समिति का गठन किया गया है । इस समिति की टीम विभिन्न सैन्य प्रतिष्ठानों का दौरा करेगी और संभावित खतरों तथा तैयारी की स्थिति के बारे में अपनी रिपोर्ट देगी जिसके आधार पर आगे कदम उठाये जायेंगे।
समिति के बारे में विस्तार से जानकारी देने से इंकार करते हुए उन्होंने कहा कि सुरक्षा मामलों के बारे में सार्वजनिक रूप से कुछ नहीं कहा जाता। रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान के पेशावर में बाचाखान विश्वविद्यालय पर हुए आतंकवादी हमले की निंदा की । उन्होंने कहा कि वहां जो हुआ वह सही नहीं है। भगवान इन लोगों को अच्छी सोच दे। इस हमले में 25 लोग मारे गये और 50 घायल हो गये थे। श्री पर्रिकर ने उनकी और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या के बारे में कथित रूप से आतंकवादी संगठन आईएसआईएस से पोस्टकार्ड पर मिली धमकी से जुडे सवाल को हंसकर टाल दिया।