जलप्रलय से पीड़ित ब्रह्मण ने Food Packet ग्रहण करते हुए मौलाना इस्लाही का हाथ चूम लिया
पटना में जलप्रलय में तीन दिनों से खाना-पानी के लिए तड़प रहे ब्रह्मण परिवार के मुखिया ने Jamaat-e-Islami Hind, Bihar के प्रमुख रिजवान इस्लाही से फूड पैकेट ग्रहण किया और उनके हाथ चूम लिया.
उसकी आंखें नम हो गयीं और उसने कहा कुछ लोग साम्प्रदायिक जहर इतना बो चुके हैं कि हमारा समाज एक दूसरे के प्रति नफरत से भर गया है.
मौलाना इस्लाही ने जब बुजुर्ग ब्रह्मण से कहा कि वह इंसानियत की सेवा कर रहे हैं तो उस बुजुर्ग ने कहा कि पीड़ितों की मदद करने वाला देवता होता है इसलिए मैं आपका हाथ चूम रहा हूं. मौलाना इस्लाही ने नौकरशाही डॉट कॉम के एडिटर इर्शादुल हक के साथ एक अनौपचारिक बातचीत में अपना अनुभव साझा करते हुए इस वाक्ये का उल्लेख किया.
Jamaat-e-Islami Hind, Bihar ने एक हफ्ते चलाया राहत कार्य
बीते दिनों राजेंद्र नगर, कंकड़बाग, लोहानीपुर आदि इलाकों में जलप्रलय के शिकार लोगों के लिए जमात ए इस्लामी Jamaat-e-Islami Hind, Bihar के अमीर हलका रिजवान इस्लाही अपनी टीम के साथ फूड पैकेट, पानी और दीगर जरूरी चीजें बांट रहे थे. इसी दौरान उनकी मुलाकात एक ब्रह्मण परिवार के मुखिया से हुई थी.
रिजवान इस्लाही ने बताया कि 75 साल के उस बुजुर्ग की आंखों में जो आंसू थे वह भूख-प्यास से तड़प के कारण नहीं थे. बल्कि उनकी आंखों में जो आंसू थे वो मानव त्रासदी में हमारी भूमिका पर उनके संतोष के आंसू थे.
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गरीब अमीर सब पर मुसीबत
पटना के जलप्रलय ने गरीबों के अलावा ऐसे अमीरों को भी अपना शिकार बनाया जिन्होंने जीवन में कभी अभाव नहीं देखा. लेकिन तमाम साधन व सम्पन्नता के बावजूद हजारों लोगों को पीने का पानी नसीब नहीं था. रिजवान इस्लाही ने कहा कि प्रकृति ने हमें अवसर दिया कि हम धर्म व मजहब की लकीर से परे जा कर इंसानियत की सेवा करें. इस अनुभव ने मुझे सिखाया कि अल्लाह के बनाये हुए इंसान की खिदमत ही हमें इंसानों से जोड़ती है.
जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार ने लगभग एक हफ्ते तक बचाव और राहत मुहिम चलाई। सनिचरा, राजेन्द्र नगर, लोहानीपुर, दिनकर चैक, बहादुरपुर में ट्रैक्टर और कश्ती की मदद से प्रभावित लोगों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया।
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जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना रिजवान अहमद इस्लाही कहते हैं, ‘हमने सीमित संसाधनों में प्रभावित लोगों के बीच पानी, बिस्किट, गुड़, चूड़ा, दूध, मोमबत्ती, माचिस और माॅस्क्वीटो क्वायल जैसी चीजों का वितरण किया। पानी में फंसे कई लोगों को सुरक्षित स्थान तक भी पहुंचाया गया।’
मौलाना रिजवान अहमद ने बताया कि जमाअते इस्लामी प्राकृतिक आपदा सहित मुसीबत की हर घड़ी में प्रभावित लोगों के साथ खड़ी रहती है। राहतकारी हो या सहायता कार्य सब कुछ धर्म और जाति के दायरे से परे होकर किया जाता है और सबके साथ मिल कर किया जाता है।
जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार ने लगभग एक हफ्ते तक बचाव और राहत मुहिम चलाई।
सनिचरा, राजेन्द्र नगर, लोहानीपुर, दिनकर चैक, बहादुरपुर में ट्रैक्टर और कश्ती की मदद से प्रभावित लोगों के बीच खाद्य सामग्री का वितरण किया। जमाअते इस्लामी हिन्द बिहार के प्रदेश अध्यक्ष मौलाना रिजवान अहमद इस्लाही कहते हैं, ‘हमने सीमित संसाधनों में प्रभावित लोगों के बीच पानी, बिस्किट, गुड़, चूड़ा, दूध, मोमबत्ती, माचिस और माॅस्क्वीटो क्वायल जैसी चीजों का वितरण किया। पानी में फंसे कई लोगों को सुरक्षित स्थान तक भी पहुंचाया गया।’
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