भारतीय नौसेना के सन्दर्भ में साइबर सुरक्षा पर एक सेमिनार आज नई दिल्ली में डीआरडीओ भवन स्थित डॉक्टर डी.एस. कोठारी ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया. सेमिनार का आयोजन रक्षा मंत्रालय (नौसेना) के सूचना कल्याण निदेशालय, एकीकृत मुख्यालय द्वारा किया गया. सेमिनार में 350 रक्षाकर्मियों ने भाग लिया, जिसमें एकीकृत मुख्यालय रक्षा मंत्रालय (नौसेना) के विभिन्न निदेशालयों, दिल्ली क्षेत्र की नौसैनिक इकाइयों और अन्य नौसैनिक स्टेशनों के अधिकारी और सैनिक, उससे संबद्ध सेवाओं के अधिकारी, गणमान्य नागरिक और साइबर सुरक्षा से जुड़े पेशेवर शामिल हुए.
नौकरशाही डेस्क
उद्घाटन सत्र में नौसेना ऑपरेशन्स महानिदेशक वाइस एडमिरल एस.एन. घोरमड़े (एवीएसएम, एनएम) ने सेमिनार में मौजूद प्रतिनिधियों का स्वागत किया और उसकी विषय वस्तु प्रस्तुत की. नौसेना अध्यक्ष एडमिरल सुनील लांबा (पीवीएसएम, एवीएसएम, एडीसी) ने मुख्य भाषण दिया. अपने संबोधन में उन्होंने साइबर सुरक्षा और भारतीय नौसेना के सामने इससे जुड़ी चुनौतियों के बारे में अपने विचार रखें. उन्होंने सोशल मीडिया और स्मार्ट उपकरणों का जिम्मेदारी के साथ इस्तेमाल करने पर जोर दिया. राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा समन्वयक डॉक्टर गुलशन राय ने भी विशेष भाषण दिया.
सेमिनार में भारतीय नौसेना के विशिष्ट वक्ताओं ने सेना से जुड़ी साइबर प्रणाली के बारे में अपने विचार रखे. वक्ताओं ने स्मार्ट फोन और आईओटी उपकरणों से उत्पन्न साइबर सुरक्षा चुनौतियों और ऑपरेशन सुरक्षा के बारे में सोशल मीडिया के प्रभावों जैसे मुद्दों को भी उठाया. सेमिनार में साइबर सुरक्षा से जुड़े विशेषज्ञों को जानकारी और अनुभवों को बांटने का अवसर मिला. सेमिनार उन लोगों के लिए लाभदायक साबित हुआ, जिन्हें विशेष तौर पर अपने संगठनों में साइबर सुरक्षा से निपटना पड़ता है.