एक्सीडेंट के बाद लोगों ने मजे ले-लेकर लूटी गाड़ी से शराब

बोलेरे में शराब के कार्टन भरे हों, तो उतारने में कितना समय लगेगा-15 मिनट या आधा घंटा। लेकिन गोपालगंज में पब्लिक ने मजे ले-लेकर डेढ़ मिनट में लूट ली।

बिहार में शराबबंदी का ऐसा मजाक पहली बार दिखा। गोपालगंज में एक बोलेरे ने साइकिल सवार को धक्का मार दिया। इसके बाद पब्लिक ने बोलेरो को घेर लिया। पुलिस के डॉग स्क्वायड से भी तेज है पब्लिक की नाक। लोगों ने सेकेंड भर में सूंघ लिया कि गाड़ी में शराब के कार्टन भरे हैं। और फिर क्या था- दो मिनट से कम समय में बोलेरो खाली हो गया।

लोगों ने हंस-हंस कर शराब की बोतलें लूटीं। जैसे वे मान कर चल रहे थे कि यह लूट नहीं, किसी बरात में लुटाए जा रहे रुपए हों। लोग मजे ले-लेकर बोलेरो से शराब निकाल रहे थे। अब एक साथ आगे से, पीछे से, दोनों साइड से शराब के कार्टन फाड़ कर बोतल निकाले जाएं, तो गाड़ी को खाली होने में कितना वक्त लगेगा! वीडियो में दिख रहा है कि लूट में अमूमन एक व्यक्ति एक बोतल निकाल कर हंसते हुए खिसक रहा है। एक बोतल के बाद अधिक का लालच नहीं। हां, एक व्यक्ति एक कार्टन लेकर निकलता दिख रहा है।

जब बोलेरो खाली हो गया, तो वीडियो में आवाज सुनाई पड़ रही है- ए हटो, पुलिस आ रही है। हटो-हटो। एनडीटीवी के पत्रकार उमाशंकर सिंह ने लिखा-बिहार में तरसे लोग शराब से लदी बोलेरो पर ऐसे बरसे! इस बोलेरो पर शराब लदी थी जिसकी गोपालगंज के उचकागांव में साइकिल से टक्कर हो गई। बिहार में शराबबंदी है फिर इतनी शराब कैसे-कहाँ से आयी ये सब छोड़िए, शराब पर टूटे इन लोगों को शराब न पीने की क़सम भी नहीं खिलायी गई थी। ये ग़लत बात है।

यह कितनी विडंबना है कि जब गोपालगंज में शराब फ्री हो गया था, उसी समय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बगल के जिले प. चंपारण में शराबबंदी को सफल करने के लिए समाज सुधार यात्रा शुरू कर रहे थे। जानकार बताते हैं कि गोपालगंज यूपी से सटा है और यहां से 24 घंटे शराब की खेप बिहार में आती रहती है।

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