एपी पाठक ने कर्नाटक से “बंधक” मजदूरों को कराया आज़ाद …
भारत सरकार के पूर्व नौकरशाह व दिग्गज समाजसेवी अजय प्रकाश पाठक ने गरीबों को नया जीवन दिया है। उन्होंने कर्नाटक में बंधक दर्ज़नों मजदूरों को आज़ादी दिलाई।
भारत सरकार के पूर्व नौकरशाह और दिग्गज समाज सेवी अजय प्रकाश पाठक के प्रयास से कर्नाटक में बंधक बनाए गए दर्ज़नो मजदूरों को आज़ादी मिल गयी।नवंबर बाद कर्नाटक गए चंपारण के दर्जनों मजदूर ठेकेदार के चंगुल में बंधक थे। ठेकेदार उन्हें ना पैसा देता था ना ही घर आने देता था। कर्नाटक राज्य के अलवर अपनी रोजी रोटी कमाने के लिए दर्जनों मजदूर को सुरेंद्र यादव नामक व्यक्ति ने कर्नाटक के ठेकेदार नागराज मिराठी के हवाले कर दिया और खुद चला आया।
ठेकेदार ना तो उनके कामों का मजदूरी देता ना ही उन्हें घर आने देता। पीड़ित के परिवारवालों ने भारत सरकार के भूतपूर्व नौकरशाह और बाबु धाम ट्रस्ट के संस्थापक एपी पाठक से मदद की गुहार लगाई।
एपी पाठक ने फौरन कर्नाटक राज्य के डीजीपी और एसपी बेलगाम से बात कर सभी बंधक मजदूरों को ठेकेदार से आज़ाद कराया ।कर्नाटक के बेलगाम जिला के पुलिस कप्तान ने सभी मजदूरों को स्पेशल वेटिंग रूम में रखा और सभी को भोजन और दवाइयां उपलब्ध कराई।एपी पाठक कर्नाटक पुलिस और प्रशासन से कोआर्डिनेट कर सभी के सकुशल घर वापसी के लिए ट्रेन टिकट की व्यवस्था भी कराई।
सभी पीड़ित मजदुर ट्रेन में सफर में है जो कल तक अपने परिवार के साथ होंगे।
इस बाबत एपी पाठक जी ने कहा कि जैसे ही उनको इस अमानवीय घटना की जानकारी मिली उन्होंने तुरंत कर्नाटक राज्य के आला पुलिस और प्रशासनिक आधिकारियों से बात कर दबाव बनाया और सभी को बंधनमुक्त करवाया।और सभी की घर वापसी सुनिश्चित की।मजदूरों के नाम इस प्रकार हैं।सुरेंद्र यादव वल्द अदालत यादव के माध्यम से दर्जनों ग्रामीण राजेश राम, निरंजन कुमार ध्रुव सहनी, विनोद सहनी , चंदन कुमार,छोटू कुमार सभी ग्राम भठोईया टोला,थाना वाल्मिकीनगर और लवकुश कुमार , अशोक राम, विजय राम,अजय राम, सुनिल राम, राजा राम सभी ग्राम मिश्रौली थाना लौकरिया तथा दिपक राम ग्राम भावल।
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