पिछले अड़तालीस घंटे से बारिश के जारी कहर से जहां करीब 27 लोगों की मौत हो गयी, वहीं राज्य सरकार ने राहत एवं बचाव कार्य के लिए केंद्र से वायुसेना के दो हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। इसके अलावा राज्य सरकार ने वायुसेना से जलजमाव वाले इलाकों से पानी निकालने वाली मशीन उपलब्ध कराने को भी कहा है।

राजधानी पटना के लोगों को आज सुबह से बारिश नहीं होने से थोड़ी राहत मिली है, लेकिन अभी भी आसमान में आफत के बादल छाए हुए हैं। मौसम विज्ञान विभाग ने बिहार में 24 घंटे तक बारिश से निजात नहीं मिलने की चेतावनी दी है।

आपदा प्रबंधन विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि पटना के राजेन्द्र नगर इलाके में विभिन्न छात्रावासों में रहने वाले विद्यार्थियों के साथ ही यहां के निचले क्षेत्र में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। उन्होंने बताया कि जलजमाव वाले क्षेत्रों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) और राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की टीम को तैनात किया गया है।
श्री अमृत ने बताया कि पटना के छह स्थानों पर सुधा दूध की नियमित उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। साथ ही पेयजल के लिए 50 टैंकर लगाए गए हैं। छह विद्यालयों में राहत शिविर चलाये जा रहे हैं, जहां पीड़ितों को भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है।
पटना नगर निगम के क्रेन से जलमग्न इलाकों में बचाव कार्य किये जा रहे हैं। जलजमाव के कारण कई लोग बिना बिजली और पेयजल के आपने-अपने घरों में रहने को मजबूर हैं। 01 अक्टूबर तक सभी सरकारी और निजी विद्यालयों को बंद रखा गया है।
उधर, भारी बारिश से हुए जलजमाव में जानमाल की रक्षा के लिए राजधानी पटना के कई इलाकों बिजली आपूर्ति बाधित कर दी गई है। ऊर्जा विभाग ने बताया कि पटना शहर में मूसलाधार बारिश से हुए जल-जमाव को देखते हुए बिजली की आपूर्ति कुछ क्षेत्रों में बाधित की गई है ताकि जान-माल की रक्षा हो सके। विद्युत सब स्टेशनों से पानी निकालने के कार्य लगातार चल रहा है। विभाग ने बताया कि जलस्तर घटने तथा विद्युत उपकरणों का जल से सम्पर्क समाप्त होने पर बिजली की आपूर्ति जल्द से जल्द बहाल कर दी जायेगी।

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