बिहार में वज्रपात से अबतक 161 की मौत, भागलपुर में सर्वाधिक
बिहार में वज्रपात (ठनका) से अबतक 161 लोगों की मौत हो चुकी है। अभी सावन शुरू ही हुआ है, इसलिए यह संख्या बढ़ सकती है। भागलपुर में अबतक 13 लोगों की मौत।
बिहार में वज्रपात से अब तक 161 लोगों की मौत हुई है। भागलपुर में सबसे अधिक 13 लोगों की मौत हुई, जबकि गया में वज्रपात से 10 लोग लोगों की जान जा चुकी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज राज्य के सारे सरकारी भवनों में तड़ित चालक लगाने का निर्देश दिया। सभी सरकारी स्कूूल, पंचायत भवन, प्रखंड कार्यालय सहित अन्य सरकारी भवनों में तड़ित चालक लगाए जाएंगे।
2020 में वज्रपात से 459 लोगों की मौत हुई थी, जो पिछले वर्ष 2021 में घटकर 280 रह गई थी। इस वर्ष अब तक 161 लोगों की मौत वज्रपात से हुई है। उम्मीद है कि इस वर्ष मृतकों की संख्या और भी कम होगी।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में राज्य में हो रही वज्रपात की घटनाओं पर आज उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई।एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में हुई समीक्षात्मक बैठक में संभावित खतरों के प्रति अधिक से अधिक लोगों को जागरूक करने एवं वज्रपात से होने वाली मौत की घटनाओं में कमी लाने पर विचार विमर्श किया गया। बैठक में सचिव आपदा प्रबंधन विभाग संजय कुमार अग्रवाल ने बताया कि बिहार में पिछले 5 वर्षों की तुलना में इस वर्ष वज्रपात में होने वाली मौत की घटनाओं में कमी देखी गई है। उन्होंने बताया कि जून 2020 में वज्रपात से बिहार में 144 लोगों की मौत हुई थी वहीं जून 2021 में यह संख्या 92 थी जबकि इस साल यह संख्या घटकर 74 हो गई है। जुलाई 2020 में मौत की संख्या 158 थी, जुलाई 2021 से 70 लोगों की मौत हुई थी। इस वर्ष जुलाई माह में अबतक 39 लोगों की मौत हो चुकी है।
लोगों को पूर्व सूचना एवं बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। लोगों को सूचित किया जाता है कि वज्रपात के समय खुले मैदान में खड़ा ना रहें, किसी पेड़ के नीचे शरण न लें।
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