गजब हो रहा! सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा #नीतीश_जरूरी_है
गजब हो रहा! सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा #नीतीश_जरूरी_है। भाजपा इस्तीफा मांग रही थी, जवाब में नीतीश क्यों ट्रेंड करने लगे?
कल तक सोशल मीडिया पर प्रजनन दर वाले बयान के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफा मांगने वाले नीतीश कुमार को ट्रेंड करा रहे थे, वहीं शुक्रवार शाम को अचनाक उनके पक्ष में #नीतीश_जरूरी_है ट्रेंड करने लगा। खबर लिखे जाने तक 18 हजार लोग ट्वीट कर चुके थे। ये सारे ट्वीट नीतीश कुमार के पक्ष में हैं। ये सारे लोग उन्हें पिछड़ों-दलितों का आरक्षण 65 प्रतिशत करने के लिए बधाई दे रहे हैं।
जदयू ने इसी हैशटैग #नीतीश_जरूरी_है के साथ नीतीश कुमार की तस्वीर के साथ एक ट्वीट किया। लिखा- वो मुद्दे से भटकाएंगे, तुम आरक्षण पर डटे रहना। इसके बाद बिहार में आरक्षण के मुद्दे पर नीतीश कुमार के समर्थन में ट्वीट होने लगे।
वो मुद्दे से भटकाएंगे, तुम आरक्षण पर डटे रहना।#नीतीश_जरूरी_है pic.twitter.com/gvHY4zQVRt
— Janata Dal (United) (@Jduonline) November 10, 2023
डॉ. महेंद्र पटेल ने आरक्षण का आंकड़ा पेश किया कि भाजपा शासित मप्र में पिछड़ों को 14 प्रतिशत आरक्षण मिल रहा है, जबकि भाजपा शासित अन्य राज्य यूपी में 27 प्रतिशत मिल रहा है, जबकि नीतीश के राज में बिहार में 41 प्रतिशत आरक्षण। आगे लिखा कि अब देश में आबादी के हिसाब से आरक्षण लागू करने का वक्त आ गया है।
एक ट्विटर हैंडल तेजस्वी यादव (पैरोडी) ने लालू प्रसाद, नीतीश कुमार तथा तेजस्वी यादव की तस्वीर शेयर करते हुए लिखा-90 के दशक में ओबीसी आरक्षण ने देश के राजनीति की परिभाषा को बदलकर रख दिया था. 2010 में अन्ना आंदोलन से दक्षिणपंथी सत्ता पर काबिज हुए. अब 2023 में बिहार का जातिगत जनगणना देश की राजनीति को बदलने जा रहा है. सामाजिक न्याय के लिए तेजस्वी और #नीतीश_जरूरी_है।
मधुसूदन मौर्य ने लिखा-अब जरूरी है कि पूरे देश में जातिगत जनगणना हो और आबादी अनुपात में आरक्षण लागू हों। ये काम केवल नीतीश जी ही कर सकते हैं। व्यक्तिगत मतभेद भूलकर समाज के लिए एकजुट हों जाएं सभी लोग।
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