गांधीवादी कार्यकर्ता पर जुर्माना, पत्रकारों की गिरफ्तारी का विरोध
पटना सिटीजन्स फोरम ने गांधीवादी कार्यकर्ता पर सुप्रीम कोर्ट द्वारा पांच लाख जुर्माना करने तथा पत्रकारों की गिरफ्तारी के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन।
सिटीजन्स फोरम, पटना ने छत्तीसगढ़ के गांधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता हिमांशु कुमार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा पांच लाख का जुर्माना लादे जाने, झारखंड के जनपक्षधर पत्रकार रूपेश कुमार सिंह और फिल्मकार अविनाश दास की अन्यायपूर्ण गिरफ्तारी के खिलाफ प्रतिवाद मार्च निकाला। यह प्रतिवाद मार्च जेपीओ गोलंबर से निकलकर बुद्धा स्मृति पार्क तक आया। सभा को संबोधित करते हुए फोरम के संयोजक अनीश अंकुर ने कहा, पिछले आठ सालों से जबसे केंद्र में भाजपा सरकार आई है, सत्ता से असहमति रखने वाले सामाजिक कार्यकर्ताओं, बुद्धिजीवियों, साहित्यकारों, कलाकरों की आवाज को कुचला जा रहा है। यह फासिस्ट प्रवृत्ति लोकतंत्र के लिए खतरा बन चुकी है।
सामाजिक कार्यकर्ता नन्दकिशोर सिंह ने प्रतिवाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक के इशारों पर चलने वाली केन्द्र सरकार ने मजदूरों, किसानों, दलितों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों एवं समाज के प्रगतिशील बुद्धिजीवियों पर हमला बोल रखा है। संजय श्याम ने कहा, हिमांशु कुमार बस्तर के इलाके में जल-जमीन-जंगल के सवालों को कॉरपोरेट द्वारा हथियाये जाने का विरोध करते हैं। इसी कारण प्यंजीपतियों को बचाने के लिए हिमांशु कुमार पर पांच लाख का जुर्माना लगाया गया। हिमांशु कुमार ने बिल्कुल सही कहा है कि वह जुर्माना नहीं देंगे। झारखंड के रूपेश कुमार सिंह हमेशा से आदिवासियों पर पुलिस जुल्म के खुलाफ़ विरोध करते रहे हैं। इस कारण उन्हें गिरफ्तार किया गया।
माकपा के नेता अरुण मिश्रा ने कहा, भारत सर्वेलान्स स्टेट में तब्दील हो चुका है। ये पहली सरकार है जिसने सभी आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स लगा दिया है। प्रीति सिंह, नरेंद्र कुमार,
बिगुल मज़दूर दस्ता की वारुणी पूर्वा, मंटू कुमार, भाकपा के पटना जिला सचिव ने रामलला सिंह, राजाराम सिंह, नूर हसन , विनोद रंजन, मंगल पासवान, गौतम गुलाल, कौशलेंद्र वर्मा, ने आदि ने भी संबोधित किया। सभा का संचालन ए. आई.एस. एफ के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव विश्वजीत कुमार ने किया।
बहुत कुछ कहती है बिहार कांग्रेस की यह नई तस्वीर