हेमंत से मिले नीतीश, विपक्षी एकता का चौथा आधार हुआ तैयार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले। अब तक विपक्षी एकता के तीन आधार चर्चा में थे, अब चौथा आधार हुआ तैयार।
कुमार अनिल
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह बुधवार को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मिले। अब तक विपक्षी एकता के तीन आधार चर्चा में थे, अब चौथा आधार हुआ तैयार। हालांकि चारों आधार एक दूसरे के विरोधी नहीं, बल्कि पूरक ही हैं।
अब तक विपक्षी एकता की पहल के केंद्र में तीन आधार थे। पहला था सांप्रदायिकता विरोधी एकता। भाजपा के हिंदुत्व के खिलाफ भारत की विविधता की रक्षा का सवाल इसके केंद्र में है। कांग्रेस तथा खासकर वाम दल इस पर जोर देते रहे हैं। विपक्षी दलों में एकता का दूसरा आधार है देश की संस्थाओं की स्वतंत्रता और लोकतंत्र। इस पर भी व्यापक एकता दिखती है। इसी में जनता के अन्य मुद्दे जैसे महंगाई, बेरोजगारी भी शामिल है। विपक्षी एकता का तीसरा आधार है सामाजिक न्याय, जिसके केंद्र में आरक्षण है और जिसकी खास पहल तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्तालिन कर रहे हैं। उनकी इस पहल पर भी अनेक दल साथ हैं। अब नीतीश और हेमंत की मुलाकात में क्षेत्रीय भावनाओं, केंद्र-राज्य संबंध का सवाल चौथा आधार बन कर सामने आया है। इस सवाल पर हेमंत सोरेन ने जोर दिया है। विशेष पहचान वाले छोटे राज्य हेमंत की इस लाइन का समर्थन करेंगे।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने कहा-आज बिहार के मुख्यमंत्री आदरणीय नीतीश कुमार जी से वर्तमान एवं भविष्य के राजनीतिक परिदृश्य पर चर्चा हुई। क्षेत्रीय भावनाओं का आदर करते हुए देश को विकास के रास्ते पर ले जाना है जिसमें आदिवासी, दलित, पिछड़े और अल्पसंख्यक सहित सभी की भागीदारी हो। झारखण्ड की वीर भूमि पर अभिभावक स्वरूप आदरणीय श्री नीतीश कुमार जी, भाई तेजस्वी यादव जी, आदरणीय श्री ललन सिंह जी का हार्दिक स्वागत और जोहार।
विपक्षी एकता के इन चारों आधारों में समानता यह है कि सभी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार के खिलाफ एकता के दरवाजे खोलते हैं। किसी के लिए कोई प्रमुख है, तो किसी के लिए कोआ अन्य, पर कोई भी आधार एक दूसरे के खिलाफ नहीं है। कुल मिला कर विपक्षी एकता के व्यापक आधार तैयार हुए हैं।
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