इस्तीफा दे चुकीं दलित SDM निशा बांगड़े ने थामा कांग्रेस का हाथ।

इस्तीफा दे चुकीं दलित SDM निशा बांगड़े ने थामा कांग्रेस का हाथ। इस्तीफा स्वीकार कराने के लिए किया लंबा संघर्ष। कमलनाथ ने पार्टी में कराया शामिल।

मध्यप्रदेश की दलित डिप्टी कलक्टर निशा बांगड़े (Nisha Bangre) गुरुवार को कांग्रेस में शामिल हो गईं। उन्हें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री पद के दावेदार कमलनाथ ने पार्टी में शामिल कराया। निशा ने चार महीना पहले पद से इस्तीफा दिया था लेकिन राज्य की भाजपा सरकार ने इस्तीफा स्वीकार नहीं किया। उन्हें सुप्रीम कोर्ट तक जाना पड़ा। कांग्रेस सारी सीटों पर प्रत्याशी घोषित किया लेकिन निशा के लिए आमला सीट पर प्रत्याशी घोषित नहीं किया। नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद कांग्रेस ने आमला से भी प्रत्याशी घोषित किया। प्रत्याशी घोषित होने के दूसरे दिन ही राज्य सरकार ने निशा का इस्तीफा मंजूर कर लिया।

कांग्रेस में शामिल होने के बाद निशा बांगड़े ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वे अंतिम आदमी की सेवा करना चाहती हैं। इसीलिए मल्टीनेशनल कंपनी की नौकरी छोड़कर सिविल सेवा में आई, लेकिन यहां भी जब उन्हें काम करने नहीं दिया गया, तब राजनीति में आने का निर्णय लिया। निशा ने कहा कि उनके इस्तीफे को लटकाया गया। कांग्रेस ने मेरे लिए सीट को होल्ड करके रखा, लेकिन चुनाव की तैयारी भी करनी है, इसलिए अंत में कांग्रेस ने उम्मीदवार दिया।

उन्होंने कहा कि विधायक बनना उनका मकसद नहीं है। वे पद के लिए राजनीति में नहीं आई हैं। राजनीतिक के जरिये वे अंतिम आदमी की सेवा करना चाहती हैं। टिकट नहीं मिला, इसका मलाल नहीं है। वे विधासभा चुनाव में कांग्रेस की जीत पक्की करने के लिए पूरे प्रदेश में काम करेंगी।

कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ ने गुरुवार को छिंदवारा से अपना नामांकन का पर्चा दाखिल किया। इस अवसर पर आयोजित आमसभा में कमलनाथ ने खुद ही निशा बांगड़े को कांग्रेस में शामिल कराया। कांग्रेस में शािल होने के बाद मीडिया से बात करते हुए बांगड़े काफी खुश नजर आ रही थीं। उनके कांग्रेस में शामिल होने से पार्टी को एक युवा दलित चेहरा मिल गया है। माना जा रहा है कि बांगड़े के कांग्रेस में शामिल होने से कांग्रेस को चुनाव में लाभ होगा।

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