केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जवाड़ेकर की अध्यक्षता में आज नई दिल्ली में आईआईटी परिषद् की 52वीं बैठक हुई। मीडिया को जानकारी देते हुए मंत्री महोदय ने कहा कि जेईई एडवांस परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों की सहायता के लिए डिजाइन किए गए आईआईटी-पीएएल को स्वयं पोर्टल पर उपलब्ध कराया जायेगा।
नौकरशाही डेस्क
परिषद् द्वारा लिए गए प्रमुख निर्णय निम्न हैः
- देश में इंजीनियरिंग शिक्षा की गुणवत्ता और स्तर को बेहतर बनाने के लिए आईआईटी अपने निकटवर्ती क्षेत्र में स्थित पांच इंजीनियरिंग कॉलेजों को परामर्श देगा और पोषित करेगा।
- आईआईटी के स्नातक छात्रों के शिक्षण शुल्क में कोई पुनरीक्षण नहीं किया जाएगा।
- परिषद् ने जेईई (एडवांस) प्रणाली से संबंधित किसी अन्य बदलाव पर विचार नहीं किया है।
- आईआईटी प्रत्येक वर्ष टेक-फेस्ट आयोजित करेगा इसमें आईआईटी द्वारा विकसित तकनीकों व नवाचारों का प्रदर्शन किया जाएगा। इसमें सार्वजनिक व निजी क्षेत्र की प्रतिष्ठित कंपनियों के सीईओ भी भाग लेंगे।
- प्रत्येक आईआईटी के निदेशक मंडल को अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के संदर्भ में शुल्क निर्धारित करने का अधिकार होगा।
- आईआईटी के एम.टेक. में नामांकन के पश्चात छात्र संस्थान छोड़कर सार्वजनिक क्षेत्र के उद्यमों की नौकरी स्वीकार कर लेते हैं। इससे एम.टेक की सीटें रिक्त हो जाती है। इस समस्या के निदान के लिए मानव संसाधन विकास मंत्री की अध्यक्षता में सार्वजनिक क्षेत्र के बड़े उद्यमों के सीएमडी के साथ बैठक की जाएगी।
- आईआईटी दिल्ली, हैदराबाद और दिल्ली के निदेशकों को शामिल करके एक समिति का गठन किया गया जो आईआईटी के अवसरंचना, कैम्पस निर्माण के लिए मानदंड स्थापित करेगी और संबंधित नियम बनायेगी।
- आईआईटी के गैर-संकाय कर्मियों के सेवा मामलों का निर्णय संबंधित आईआईटी का निदेशक मंडल करेगा।