कैमूर में रामपुर की बीडीओ वर्षा तरवे को कथित रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार करने का मामला भारी पड़ सकता है क्योंकि अचंल अधिकारी ने उनकी गुमशुदगी का सन्हा थाने में दर्ज कराया है.
नौकरशाही ब्यूरो,मुकेश कुमार
गौरतलब है कि कैमूर जिले की रामपुर बीडीओ को निगरानी विभाग ने नल-जल योजना में मुखिया से कथित तौर पर एक लाख पंद्रह हजार रुपये घूस लेते हुए सरकारी आवास से रंगे हाथ पकड़ा था और पकड़कर अपने साथ ले गई.
रामपुर प्रखंड के अंचलाधिकारी भरत भूषण ने बीडीओ के अनुपस्थित होने का सनहा बेलाव थाने में आवेदन देकर दर्ज कराया है. तीन तारीख को दर्ज कराए गए आवेदन में लिखा गया है की बीडीओ, वर्षा तरवे ना तो कार्यालय में उपस्थित हैं और ना ही अपने सरकारी आवास पर, उनका मोबाइल भी बंद बता रहा है. उन्होंने मामला दर्ज कर जांच किये जाने का आग्रह किया है.
समझा जाता है कि यह दो महकमों के अधिकारों के टकराव के रूप में देखा जा रहा है. जानकारों का कहना है कि किसी भी अधिकारी की गिरफ्तारी की प्रक्रिया यह है कि इसकी सूचना बाजाब्ता तौर पर संबंधित विभाग को दिया जाना चाहिए. लेकिन निगरानी विभाग ने संभवत: ऐसी कोई सूचना अंचल कार्यालय को नहीं दी और बीडीओ को पकड़ कर ले गयी. अब अंचल अधिकारी द्वारा सनहा दर्ज करके बीडीओ( प्रखंड विकास पदाधिकारी) की खोज करने का अनुरोध किया है.
अब देखना यह है कि इस मामले पर पुलिस क्या कार्रवाई करती है और निगरानी विभाग इस मामले पर क्या कहता है.
गौरतलब है की मीडिया ने भी प्रमुखता से इस खबर को दिखाया।इसके बावजूद कैमूर जिला प्रशासन यह मानने को तैयार नहीं है कि उनके बीडीओ को घूस लेते हुए पकड़कर साथ ले गई है।तभी तो वह थाने में बीडीओ के अनुपस्थित होने का सनहा दर्ज करा डाला है।