महाराष्ट्र की स्थिति बिगड़ी, MLA दफ्तर पर हमला, राज्यभर में अलर्ट
आज शाम होते-होते महाराष्ट्र की स्थिति बिगड़ गई। गुवाहाटी गए शिव सेना MLA के दफ्तर पर हमला हुआ। शिंदे के बैनर फाड़े। राज्यभर में पुलिस को किया गया अलर्ट।
शिव सेना के लगभग 40 विधायक गुवाहाटी में जमे हैं। उनके रहने पर रोज 8 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं। लक्जरी बस, चार्टर्ड विमान के खर्च की ईडी जांच नहीं कर रहा, लेकिन आज एक उद्धव ठाकरे के साथ वाले शिव सैनिक विधायक की करोड़ों की संपत्ति ईडी ने जप्त कर ली। कई दिनों से हो रहे राजनीतिक खेल के बाद आज महाराष्ट्र की स्थिति बिगड़ गई। मुंबई में शिंदे गुट के कुर्ला के शिव सेना विधायक मंगेश कुदालकर के दफ्तर के बाहर लगे बोर्ड को शिव सैनिकों ने तोड़ दिया। कई जिलों से शिंदे के पोस्टर-बैनर फाड़ने या कालिख पोतने की खबर है। अब लड़ाई विधानसभा के बाहर सड़कों पर आ गई है। जल्द ही कोई समाधान न निकला, तो स्थिति ज्यादा बिगड़ सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्यभर की पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।
अब महाराष्ट्र में जारी घमासान सड़कों पर फैलने लगा है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बार-बार अपील करने के बावजूद शिंदे गुट के विधायक महाराष्ट्र आने को तैयार नहीं हैं। इस बीच शिव सैनिकों में रोष फैलने लगा है। अब तक सारा संघर्ष विधायकों के स्तर पर था। दांव-पेंच चले जा रहे थे, लेकिन लगता है अब महाराष्ट्र में स्ट्रीट फाइट की स्थिति उत्पन्न हो गई है।
अगर जल्द ही कोई समाधान नहीं निकला, तो यह लड़ाई सड़कों पर आ जाएगी। इस बीच महाराष्ट्र भाजपा ने बयान जारी कर कहा कि राज्य में सियासी संकट से उसका कोई लेना-देना नहीं है। असम के मुख्यमंत्री बिस्वा भी कह चुके हैं कि महाराष्ट्र के विधायक गुवाहाटी के होटल में टिके हैं, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। हालांकि लोग समझ रहे हैं कि इतना सारा खर्च कौन कर रहा है। ईडी के (दु)उपयोग पर भी सवाल उठ रहे हैं कि आज से पहले ईडी की इतनी सक्रियता कभी नहीं देखी गई।
महाराष्ट्र का शिंदे गुट भी भारी दुविधा का शिकार है। सवाल है कि अगर उसके पास 40 से ज्यादा विधायक है, तो वे गुवाहाटी में क्या कर रहे हैं। उन्हें महाराष्ट्र आ कर भाजपा की सरकार बना देनी चाहिए, जैसा की उनकी मांग है।
इस बीच आज शाम मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और शरद पवार की मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद ठाकरे ने रुख कड़ा कर दिया है। उन्होंने कहा कि अब शिंदे गुट के विधायकों से बात नहीं होगी। आज मुख्यमंत्री ठाकरे ने कार्यकर्ताओं से लाइव संवाद किया और कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री आवास छोड़ा है, शिव सैनिक का संकल्प नहीं छोड़ा है। उनके पुत्र आदित्य ठाकरे भी आज दिन भर कार्यकर्ताओं से मिलते रहे।
अब जल्द ही अनेक जिलों में प्रदर्शन और शिंदे गुट के विधायकों के खिलाफ आक्रामकता दिखे, तो आश्चर्य नहीं होना चाहिए।
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