राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने आज कहा कि शैक्षणिक एवं एकेडमिक कैलेण्डर का अनुपालन विश्वविद्यालयों की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।


श्री चौहान ने मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय एवं नालंदा खुला विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गतिविधियों की समीक्षा बैठक में कहा कि विश्वविद्यालयों में गुणवत्ता-विकास के लिए निर्धारित एजेन्डे पर तेजी से अमल करना होगा। उन्होंने जोर देकर कहा कि शैक्षणिक एवं एकेडमिक कैलेण्डर का अनुपालन विश्वविद्यालय की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। विश्वविद्यालयों की शैक्षणिक प्रगति के लिए निर्धारित मानक अत्यन्त स्पष्ट हैं, जिनपर विश्वविद्यालयों को तत्परतापूर्वक कार्य करना है और राष्ट्रीय स्तर पर अपने को बेहतर रूप में सिद्ध करना है।

कुलाधिपति ने कहा कि मौलाना मजहरूल हक अरबी-फारसी विश्वविद्यालय द्वारा संचालित सभी ‘ज्ञान संसाधन केन्द्रों’ को आधुनिक रूप में विकसित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इनकी आधारभूत संरचना शीघ्र विकसित की जाये तथा वहां के पुस्तकालयों एवं प्रयोगशालाओं को भी शीघ्र सुदृढ़ीकृत किया जाये।

बैठक में राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा के अलावा संबंधित विश्वविद्यालयों के कुलपति, प्रतिकुलपति, कुलसचिव सहित विश्वविद्यालय प्रशासन एवं राज्यपाल सचिवालय के सभी संबंधित वरीय अधिकारी उपस्थित थे।

एक अन्‍य कार्यक्रम में उन्‍होंने कहा कि राज्यपाल सह कुलाधिपति फागू चौहान ने आज कहा कि देश को विकसित करना है तो शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाना होगा। श्री चौहान ने कहा कि देश को विकसित करना है तो शिक्षा में गुणात्मक सुधार लाना होगा। उन्होंने सभी को विश्वास दिलाया कि बिहार की शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए जो भी अपेक्षित होगा, वह अवश्य किया जाएगा।
कुलाधिपति ने शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास द्वारा देश में शैक्षणिक, सांस्कृतिक, नैतिक, चारित्रिक एवं आध्यात्मिक मूल्यों के लिए चलाई जा रही गतिविधियों की प्रशंसा की और भरोसा दिया कि उच्च शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए उनके स्तर से जो भी प्रयास करने होंगे, वे छात्रहित, समाजहित, प्रदेशहित एवं राष्ट्रहित में अवश्य करेंगे।

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