बिहारशरीफ। 20 मई .नालंदा जिला हिन्दी साहित्य सम्मेलन बिहार शरीफ में रविवार को जिले के पांच साहित्यकारों को सम्मानित किया गया। उन्हें साहित्य के क्षेत्र में उत्कृष्ठ काम करने के लिए यह सम्मान दिया गया। 

सम्मानित साहित्याकर

साहित्य सेवा में लगे साहित्यकार सुबोध कुमार सिंह,  नालंदा के सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी लाल बाबू सिंह, राजेंद्र प्रसाद व सुहानी कुमारी को यह सम्मान रविवार को शहर के खंदकपर स्थित सुदामा परमेश्वर साहित्य संस्थान के सभागार में अध्यक्ष डॉ. दयानंद प्रसाद ने दिया।

डॉ. प्रसाद ने कहा कि साहित्य ही समाज के नया सवेरा की नींव होते हैं। साहित्कारों की रचनाओं में बेहतर कल की भविष्य छुपी होती है। हमारा साहित्य जितना विकसीत और उत्कृष्ठ होगा। समाज उतनी ही तेजी से विकसीत होगा। कल, आज और कल को एक सूत्र में पिरोने का एक सशक्त माध्यम यह साहित्य ही होता है।

 

समाज में फैली बुराईयों को उजागर करना और उसे दूर करने की नसीहत सिर्फ साहित्य ही दे सकता है। लेखनी जितनी दमदार होगी, अपने संदेशों को लोगों तक उतनी ही दमदार तरीके से पहुंचा सकेंगे।

 

साहित्य सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में सबेरा पत्रिका का लोकार्पण भी किया गया। सम्मेलन में मगही कवि उमेश कुामर उमेश, साहित्यप्रेमी कवि राकेश बिहारी शर्मा, साहित्यकार अविनोश कुमार श्रीवास्तव, रोहित शर्मा, राकेश कुमार भदुरपुरी, रंजीत कुमार स्नेही, नुतन कुमारी, जयराम देवशपुरी, कृष्ण दास, डॉ. गोपालशरण सिंह, शायर बेनाम गिलानी, भारत मानस, सुभाष चंद्र पासवान, बचनी देवी, महेंद्र कुमार विकल, गरीबन साव ने भी अपनी रचनाओं से लोगों को रूबरू कराया। इसमें लोगों ने व्यंग्य रचनाओं का भी लुत्फ उठाया

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