तेजस्वी ने राज्यपाल को आंकड़ों से बताया कैसे बना बिहार महाजंगलराज

विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव आज राज्यपाल से मिले और ठोस आंकड़ों से बताया कि राज्य में सुशासन नहीं, महाजंगलराज कायम हो गया है।

बढ़ते अपराध का मामला आज राज्यपाल के पास पहुंच गया। विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने आज राज्यपाल से मिल कर ठोस आंकड़ों के साथ स्मारपत्र सौंपा और उनसे हस्तक्षेप करने की अपील की। तेजस्वी ने स्मारपत्र में बताया कि राजद के शासनकाल में जितने अपराध होते थे, आज 15 साल उससे दोगुने अपराध हो रहे हैं। अपराघ की प्रवृत्ति भी पहले से ज्यादा खतरनाक और विभत्स हुई हैं।

तेजस्वी ने इंडिगो के युवा स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह की हत्या का मामला भी राज्यपाल के समक्ष उठाया और कहा कि हत्याकांड की सीबीआई जांच होनी चाहिए।

राजद के सासनकाल से दोगुना हुआ अपराध

तेजस्वी ने राज्यपाल से कहा कि वर्ष 2004 में 1,15,216 अपराध के मामले दर्ज हुए थे, वहीं जदयू-भाजपा के शासन में वर्ष 2019 में 2,69,096 अपराध के मामले दर्ज हुए हैं। उन्होंने एनसीआरबी (नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो) का हवाला देते हुए कहा कि 2020 में 3138 हत्याएं और 1450 दुष्कर्म हुए। इसका अर्थ है प्रदेश में रोज नौ हत्याएं और चार दुष्कर्म की घटनाएं हो रही हैं। यही नहीं, अपहरण और डकैती की घटनाएं भी बेतहाशा बढ़ी हैं। 2005 में 2566 अपहरण हुए थे, वहीं 2019 में 10,926 अपहरण हुए। तब 1310 डकैती हुई, जबकि 2019 में 2046 डेकैती हुई।

दारोगा बहाली में खास जाति के अभ्यर्थियों की भरमार पर बवाल

तेजस्वी ने राज्यपाल के समक्ष मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर भी सवाल उठाए। उन्होंने यह भी कहा कि लोग आज भय के साये में जी रहे हैं, वहीं मुख्यमंत्री केवल समीक्षा बैठक करने में व्यस्त हैं। राजद ने स्मारपत्र में नीतीश सरकार पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार को अविलंब बर्खास्त करने की मांग की है। अब देखना है बढ़ते अपराध के मुद्दे को राजद किस प्रकार आगे बढ़ाता है।

By Editor