-आयोग के पूर्व सचिव परमेश्वर राम के मोबाइल पर पैरवी से हुआ खुलासा
नौकरशाही ब्यूरो, पटना
बिहार कर्मचारी चयन आयोग के एएनएम के नियुक्ति की प्रक्रिया ऐसी थी जिसमें पैरवी धड़ाधड़ हुई थी. इसमें केवल एकेडमिक रिकार्ड, एक्सपेरिएंस और इंटरव्यू के आधार पर नियुक्ति हाेनी है. यह आधार ही पैरवी का मुख्य कारण था. 85 नंबर एकेडमिक रिकार्ड और अनुभव के लिए तय थे और 15 नंबर इंटरव्यू में मिलना था. इंटरव्यू के 15 नंबर ही क्रूशियल थे और इसी नंबर के लिए पूरा जोर पैरवी पर था जो अब खुलकर सामने आ गया है. इसके कारण इंटर स्तरीय प्रश्न पत्र लीक के बाद अब एएनएम की नियुक्ति परीक्षा सवालों के घेरे में आ गयी है. अायोग के पूर्व सचिव परमेश्वर राम के मोबाइल पर कई नेताओं ने एएनम पद पर नियुक्ति के लिए पैरवी की थी.
10 हजार से ज्यादा महिलाओं ने किया था अप्लाय
महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता यानी एएनएम के लिए कुल 4344 पदों पर नियुक्ति होनी है. विज्ञापन संख्या 03030114 के तहत 4344 पदों के लिए 10 हजार से ज्यादा प्रशिक्षित एएनएम ने अप्लाई किया था. इसके परीक्षा की सारी प्रक्रिया पूरी कर चुकी है और अब ज्वायनिंग का इंतजार कर रहे थे. आयोग के सेकरेट्री परमेश्वर राम के जेल जाने के बाद चेयरमैन भी पेपर लीक प्रकरण में एसआइटी द्वारा दोषी पाये गये और वे जेल में है. सरकार ने उन्हें निलंबित भी कर दिया है. अब जब तक नये चेयरमैन ज्वाइन नहीं कर लेते तब तक तो इन पदों पर नियुक्ति हो ही नहीं सकती है.
ऑनलाइन लिया गया था आवेदन, दो बार बढ़ाया गया था डेट
एएनएम के लिए ऑनलाइन आवेदन लिया गया था. सबसे पहले 24 फरवरी से 15 मार्च तक रजिस्ट्रेशन किया गया. इसके बाद 25 फरवरी से 16 मार्च तक एसबीआई आई कलेक्ट के जरिये जमा कराना था और ऑनलाइन आवेदन 24 फरवरी से 18 मार्च तक अंतिम तिथि रखा गया था. दूसरी बार भी इसके लिए डेट बढ़ाया गया था. 30 मार्च से लेकर 18 अप्रैल तक अंतिम तौर पर आवेदन कलेक्ट किये गये.
यह था वर्गवार आरक्षण-
अनुसूचित जाति: 801
अनुसूचित जनजाति: 64
अत्यंत पिछड़ा वर्ग: 870
पिछड़ा वर्ग: 386
पिछड़े वर्ग की महिला: 145
सामान्य: 2078