प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नीत केंद्र सरकार ने नेहरू मेमोरियल म्यूज़ियम और लाइब्रेरी सोसायटी में दो पत्रकारों समेत चार नये लोगों की नियुक्ति किये जाने के बाद विवाद उत्पन्न हो गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक नयी सोसायटी सदस्यों में पत्रकार रामबहादुर राय, पूर्व विदेश सचिव एस जयशंकर, पत्रकार अर्णब गोस्वामी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद विनय सहस्रबुद्धे को शामिल किया गया है। राम बहादुर राय इंदिरा गांधी नेशनल सेंटर फ़ॉर आर्ट्स के भी चेयरमैन हैं और सहस्रबुद्धे इंडियन काउंसिल फ़ॉर कल्चरल रिलेशन के अध्यक्ष हैं। विवाद इस बात को लेकर है कि अपनी बेबाक प्रस्तुति को लेकर प्रसिद्ध श्री गोस्वामी से नियुक्ति से पहले सहमति ली गयी या नहीं? ये सभी नये सदस्य 26 अप्रैल 2020 तक सोसायटी के सदस्य रह सकेंगे।
इस सोसायटी में विवाद कोई नया नहीं है। देश के जाने-माने राजनीतिक विश्लेषक प्रताप भानू मेहता ने इस सोसायटी से इस्तीफ़ा दे दिया था। श्री मेहता ने अगस्त 2016 में ही इसके कार्यकारी परिषद से भी इस्तीफ़ा दे दिया था। श्री मेहता नये निदेशक शक्ति सिन्हा की नियुक्ति से असहमत थे।