मुजफ्फरपुर बलात्कार पर एक और सनसनी सामने आई है.मधुबनी बालिका गृह की संचालिका प्रज्ञा भारती के साथ सुशील मोदी की तस्वीर सामने आई है. इस पर हंगामा मचना तय है.
मधुबनी के इस बालिका गृह में मुजफ्फरपुर कांड के बाद 14 बच्चियों को शिफ्ट किया गया था. उनमें से एक बच्ची लापता होेने के बाद सरकार पर सुबूत मिटाने के आरोप लग रहे हैं. अब इस तस्वी के उजागर होने के बाद सुशील मोदी पर उंगलिया उठने लगी हैं.
सुशील मोदी पर हंगामा
बिहार के Deputy Chief Minister Sushil Modi और प्रज्ञा भारती की तस्वीर नौकरशाही डॉट कॉम को प्राप्त हुई है. ये प्रज्ञा ही हैं जिनके बालिका गृह से एक बच्ची गायब हो गयी है. मुजफ्फरपुर बलात्कार कांड के बात इस बच्ची को यहां शिफ्ट किया गया था.
यह तस्वीर पटना के आलीशान मौर्य होटल की है. मोदी को इस तस्वीर में देखा जा सकता है जो प्रज्ञा भारती के साथ एक कार्यक्रम में दिख रहें हैं. लाल शूट में एक दम दाहिने प्रज्ञा खड़ी हैं.
गौरतलब है कि विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव लगातार यह आशंका जता रहे हैं कि परिहर सेवा सदन से जो लड़की लापता है वह मुजफ्फरपुर बलात्कारकांड की गवाह है. तेजस्वी का कहना है कि यह बच्ची जिंदा भी है कि नहीं, इसका कोई पता नहीं चल रहा है. गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर के बालिका गृह में 42 में से 34 बच्चियों के साथ बलात्कार की पुष्टि हो जाे के बाद पूरे देश में कोहराम मचा है. इस बालिका गृह के संचालक ब्रजेश ठाकुर के अलावा 10 अन्य लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. विपक्ष लगातार आरोप लगा रहा है कि ब्रजेश का संबंध न सिर्फ जदयू से रहा है बल्कि खुद नीतीश कुमार के संबंध ब्रजेश ठाकुर से रहे है.
इधर इस तस्वीर में सुशील मोदी की मौजूदगी की बात सार्वजनिक होने के बाद विपक्ष को एक और बड़ा मुद्दा मिल गया है. अभी तक सुशील मोदी के संबंध और ब्रजेश ठाकुर के साथ उनकी तस्वीर मीडिया में आयी थी. लेकिन अब प्रज्ञा ठाकुर के साथ उनकी तस्वीर उजागर होने के बाद यह आरोप लगने लगे हैं कि बालिका गृह के संचालकों के साथ उनी काफी नजदीकी रही है.
इस बीच मधुबनी के परिहार सेवा सदन की संचालिका प्रज्ञा भारती (फोटो में सबसे दाहिने) ने एक प्रेस कांफ्रेंस करके इस बात को स्वीकार किया था कि बालिका गृह से 14 जुलाई को लाई गयीं 14 बच्चियों में से एक लापता है. उन्होंने इस मामले में पुलिस में रपट लिखाई है. भारती ने देशज टाइम्स को दिये साक्षात्कार में यह कहा था कि लड़की को भगाने में एक वार्ड और सीड्बल्यू सदस्य पर शक है. उन्होंने इसकी सारी तफ्सील वो फोटोग्राफ पुलिस को सौंप दी है.