बिहार सरकार ने आज स्वीकार किया कि विद्यालयों में अंग्रेजी और विज्ञान के शिक्षकों की कमी है। विधान परिषद में शिक्षा मंत्री अशोक कुमार चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी के रजनीश कुमार एवं मंगल पांडेय के तारांकित प्रश्न के उत्तर में कहा कि राज्य में 2158 मध्य विद्यालयों को माध्यमिक प्लस टू स्कूलों में उत्क्रमित किया गया है। उन्होंने कहा कि राज्य के 1292 उच्च माध्यमिक विद्यालयों को प्रतिनियोजित वैकल्पिक व्यवस्था के तहत संचालन किया जा रहा है।
श्री चौधरी ने कहा कि पंचायती राज व्यवस्था के तहत विधि सम्मत नियोजन होना है और अप्रैल में पंचायत चुनाव के बाद यह प्रक्रिया शुरु होगी। उन्होंने कहा कि अंग्रेजी और विज्ञान विषयों के शिक्षकों की विद्यालयों में कमी है। शिक्षा मंत्री ने जनता दल यूनाइटेड के डा. संजीव कुमार सिंह के एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि नियोजित शिक्षकों को राशि आवंटित कर दी गयी है । उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों के चलते शिक्षकों के वेतन भुगतान में अनावश्यक देरी हो रही है , वैसे अधिकारियों को चिन्हित कर कार्रवाई की जायेगी ।
विज्ञान एवं प्रावैधिकी मंत्री जय कुमार सिंह ने कांग्रेस के राजेश राम के एक अल्पसूचित सवाल के जवाब में कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सात संकल्पों में यह शामिल है कि सभी जिलों में एक इंजीनियरिंग कॉलेज और एक पॉलीटेकनिक संस्थान खोले जाये । सरकार इस दिशा में लगातार कदम उठा रही है। श्री सिंह ने कहा कि इसके लिए बजट में भी प्रावधान किया गया है। इस वर्ष के बजट में 100 करोड़ रुपये का उपबंध किया गया है। उन्होंने कहा कि एक इंजीनियरिंग कॉलेज खोलने पर 400 करोड़ रुपये खर्च होंगे और जैसे-जैसे जमीन उलब्ध होंगे कॉलेज खोले जायेंगे ।