फारुख अब्दुल्ला या गोपालकृष्ण गांधी हो सकते हैं राष्ट्रपति प्रत्याशी
राष्ट्रपति चुनाव को लेकर आज विपक्षी दलों की बैठक हुई। फारुख अब्दुल्ला या महात्मा गांधी के पोते पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी हो सकते हैं साझा उम्मीदवार।
दिल्ली में आज विपक्षी दलों की बैठक हुई। बैठक राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की एकजुटता पर हुई। जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री पारुख अब्दुल्ला या महात्मा गांधी के पोते और पूर्व राज्यपाल गोपालकृष्ण गांधी के नामों पर विचार हुआ। संभव है इन दो नामों में से किसी एक नाम पर सहमति बन जाए। आज की बैठक बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पहल पर हुई, जिसमें तृणमूल कांग्रेस के अलावा, एनसीपी, कांग्रेस, राजद तथा सभी वाम दलों के प्रतिनिधि शामिल थे।
विपक्ष की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए साझा उम्मीदवार का नाम तय करने के लिए हुई बैठक में ममता बनर्जी के अलावा एनसीपी के शरद पवार, कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश तथा रणदीप सिंह सूरजेवाला, राजद की तरफ से सांसद मनोज झा तथा एडी सिंह, शिव सेना के सुभाष देसाई तथा प्रियंका चतुर्वेदी, जनता दल सेक्युलर के एचडी देवगौड़ा तथा एचडी कुमार स्वामी, नेशनल कॉन्फ्रेंस के फारुख अब्दुल्ला, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव शामिल थे। इनके साथ ही डीएमके सहित 16 दलों के नेता शामिलथे।
ममता बनर्जी ने कहा कि राष्ट्रपति चुनाव ने विपक्षी दलों को मौका दिया कि वे एक साथ बैठ कर भविष्य की राजनीति पर बात कर सकते हैं। साझा बिंदुओं पर एकजुट हो सकते हैं। आज की बैठक में कांग्रेस भी शामिल हुई। पहले माना जा रहा था कि राहुल गांधी से ईडी की पूछताछ के विरुद्ध आंदोलन के कारण हो सकता है वह शामिल न हो। बंगाल की राजनीति में ममता और कांग्रेस तथा वाम दल एक दूसरे के खिलाफ हैं, लेकिन इन सभी दलों के शामिल होने से बैठक का महत्व बढ़ गया। अब बहुत जल्द नाम को अंति रूप से तय किया जा सकता है।
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