कर्नाटक कैडर की IPS अधिकारी डी. रूपा रविवार को उस समय चर्चे में आ गईं, जब वे ट्विटर पर ट्रोल होने लगीं. इसके बाद उन्होंने भी करारा जवाब देकर ट्रोलरों की जुबान बंद कर दी. दरअसल डी. रूपा ने अपने ट्विटर हैंडिल पर साउथ के मशहूर फिल्म अभिनेता कमल हासन के साथ एक फोटो डाली थी और लिखा था –‘तमिलनाडु के मेरे सभी दोस्तों के लिए यह तस्वीर, जब मेरी मुलाकात मशहूर ऐक्टर-डायरेक्टर कमल हासन से हुई.’
नौकरशाही डेस्क
इसी तस्वीर को लेकर कुछ यूजर्स ने उन्हें ट्रेल करना शुरू कर दिया और पूछा कि क्या वह कमल हासन की नई पॉलिटिकल पार्टी जॉइन करने वाली हैं. तो एक ने लिखा कि मैम आप एक ईमानदार सिविल सर्वेंट हैं, जबकि वे एक एक्टर. दोनों में काफी अंतर है. किसी ने उन्हें सिर्फ इसलिए अनफॉलो करने की बात लिखी, क्योंकि उन्होंने कमल हसन के साथ अपनी तस्वीर पोस्ट की. मगर, डी. रूपा ने ऐसे यूजर्स को करारा जवाब देते हुए थोड़ी देर बाद ही एक ओर पोस्ट किया.
इस पोस्ट में उन्होंने लिखा –‘’जब मैं किसी से मिलती हूं या फोटो क्लिक कराती हूं, तो इसका मतलब यह नहीं होता कि मैं उनके विचारों और कामों से भी सहमत हूं. यह मेरे काम में कभी बाधा नहीं बनता. इंसान एक सामाजिक प्राणी है. एक इंसान हर तरह के इंसान से मिल सकता है, बिना अपने व्यक्तित्व को खोए.’ बता दें कि डी. रूपा पहली बार सुर्खियों में तब आईं थी, जब उन्होंने शशिकला को जेल में वीआईपी ट्रीटमेंट दिए जाने की बात का खुलासा किया था.
गौरतलब है कि पिछले दिनों कमल हासन ने एक तमिल साप्ताहिक पत्रिका ‘आनंदा विकटन’ में देश में ‘हिंदू आतंकवाद’ पर एक लेख लिख कर नई बहस को हवा दे दी थी. उन्होंने लिखा था कि ये कोई नहीं कह सकता कि हिंदू आतंकवाद का वजूद नहीं है. हिंदू कट्टरपंथी पहले बातचीत में यकीन रखते थे, लेकिन अब हिंसा में शामिल है. उन्होंने यह भी लिखा है कि लोगों की सत्यमेव जयते में आस्था खत्म हो चुकी है. राइट विंग ने अब मसल पावर का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. उन्होंने आरोप लगाया कि राइट विंग हिंसा में शामिल है और हिंदू कैंपों में आतंकवाद घुस चुका है. जिसकी आलोचना करते हुए भाजपा नेता सुब्रमण्यन स्वामी ने हासन नैतिक तौर पर भ्रष्ट बताया था.