सत्ता की जंग जीत चुका जदयू, अब संगठन पर ऐसे दे रहा जोर
सत्ता की जंग जीतने के बाद अब जदयू संगठन को नीचे तक मजबूत करने में लगा। सभी जिलों के लिए नए प्रभारियों की सूची जारी। जल्द ही नए अभियान की होगी घोषणा।
बिहार में सत्ता की जंग आज जदयू ने जीत ली। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में विश्वास का मत हासिल कर लिया। कुछ ही देर बाद पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने सभी जिलों के नए प्रभारियों की सूची जारी कर दी। जल्द ही जदयू देशभर में सदस्यता अभियान चलाने की घोषणा कर सकता है। मकसद है 2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी को तेज करना। पार्टी सदस्यता अभियान के साथ बूथ स्तर पर संगठन को मजबूत करने पर ध्यान देगी। माना जा रहा है कि जदयू के प्रभारी भाजपा को भी निशाने पर लेंगे। वे बिहार की उपेक्षा का सवाल उठा कर भाजपा को घेरेंगे। आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी कहा कि केंद्र ने पटना विवि को केंद्रीय विवि का दर्जा देने से मना कर दिया।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने 41 जिले के प्रभारी घोषित कर दिए। बगहा से पार्टी के प्रभारी होंगे मदन पटेल। उनके सहयोगी हैं अमरेंद्र कुमार सिंह। पश्चिम चंपारण के प्रभारी बनाए गए हैं कपिल देव प्रसाद उर्फ भुवन पटेल। सहयोगी हैं संजय कुशवाहा। पूर्वी चंपारण के प्रभारी बनाए गए हैं पूर्व विधायक प्रदीप सिंह। सहयोगी है नंद किशोर सिंह। सीतामढ़ी के प्रभारी मेजर इकबाल हैदर खान होंगे। उनके सहयोगी हैं श्याम कुमार सिंह। दरभंगा के प्रभारी रंजीत साहनी बनाए गए। उनके सहयोगी है रंजीत कुमार झा। इसी तरह मुजफ्फर पुर की प्रभारी बनाई गई हैं डॉक्टर रंजीता। सहयोगी हैं रामनाथ रमण पासवान और सिवान के प्रभारी बनाए गए हैं अल्ताफ आलम राजू। इनके सहयोगी है नंद किशोर सिंह। इसी तरह नालंदा के प्रभारी बनाए गए हैं परमहंस कुमार। इनके सहयोगी हैं सुनील कुमार। मुंगेर के प्रभारी बनाए गए हैं जितेंद्र नाथ। सहयोगी हैं शंकर सिंह। पटना के प्रभारी बनाए गए संजय सिंह, सदस्य विधान परिषद। उनके सहयोगी हैं पवन सिंह कुशवाहा। भोजपुर के प्रभारी पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह बनाए गए। उनके सहयोगी हैं शक्ति कुमार। बक्सर के प्रभारी भगवान सिंह कुशवाहा बनवा गए। उनके सहयोगी हैं अजीत कुमार। इसी तरह जहानाबाद के प्रभारी संतोष कुशवाहा बनाए गए हैं, जबकि गया के प्रभारी डॉ धर्मेंद्र चंद्रवंशी होंगे।
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