उपेन्द्र कुशवाहा को आज तीसरी बार राष्ट्रीय लोक समता पार्टी का अध्यक्ष चुन लिया गया। श्री कुशवाहा के निर्वाचन की घोषणा नई दिल्ली में पार्टी की राष्ट्रीय परिषद और प्रदेश अध्यक्षों की बैठक में की गयी। अध्यक्ष पद के लिए केवल श्री कुशवाहा ने ही नामांकन पत्र दाखिल किया था। वह वर्ष 2013 और 2016 में भी रालोसपा के अध्यक्ष चुने गये थे ।
श्री कुशवाहा ने श्री माधव आनंद को प्रधान महासचिव और श्री राजेश यादव को कोषाध्यक्ष नियुक्त करने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अन्य पदाधिकारियों की नियुक्ति जल्दी ही की जायेगी ।
निर्वाचन की घोषणा के बाद पार्टी की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को सम्बोधित करते हुए उन्होंने केंद्र की नरेन्द्र मोदी और बिहार की नीतीश सरकार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि विपक्ष को एकजुट होकर इनके खिलाफ रणनीति बनानी चाहिये, जिससे उन्हें सत्ता से बाहर किया जा सके ।
श्री कुशवाहा ने कहा कि मोदी सरकार चतुराई से जनता की मौलिक समस्याओं से उनका ध्यान भटका देती है और उसका वोट पाने में सफल भी हो जाती है। उन्होंने कहा कि 2014 के चुनाव प्रचार के दौरान भारतीय जनता पार्टी ने विदेशों से कालाधन लाने और दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन इनमें से कोई भी वादा पूरा नहीं किया गया।
उन्होंने कहा कि जनता भोली-भाली होती है। विपक्ष जनता को मोदी सरकार के खिलाफ एकजुट करने में विफल रहा है। नोटबंदी के कारण छोटे-छोटे कल-कारखाने बंद हो गये जिससे गरीबों का रोजगार समाप्त हो गया उन्होंने कहा कि सरकारी उपक्रम निजी हाथों में बेचे जा रहे हैं और शिक्षा के निजीकरण का प्रयास किया जा रहा है । श्री कुशवाहा ने कहा कि उनकी पार्टी ने 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में नीतीश सरकार को सत्ता से बेदखल करने का संकल्प लिया है और छठ के बाद इसकी तैयारी शुरू कर दी जायेगी। उन्होंने कहा कि राज्य में शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधा की स्थिति चरमरा गयी है और कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गयी है। श्री कुशवाहा ने कहा कि छठ के बाद बिहार में उनकी पार्टी सभी जिलों में जनसंवाद यात्रा निकालेगी। इस दौरान पढाई, दवाई और कमाई का मुद्दा उठाया जायेगा।