वरिष्ठ भाजपा नेता यशवंत सिन्हा ने बदहाल अर्थव्यस्था पर मोदी सरकार पर फिर हल्ला बोला है. उन्होंने कहा कि मेरे सवालों का उन्हें जवाब नहीं सूझ रहा तो मेरे बेटे को मुझसे भिड़ाने की ओछी कोशिश की जा रही है.
यशवंत ने पूछा कि अगर मेरा बेटा इकोनामी का जानकार था तो उसे वित्त मंत्रालय से हटा कर अन्य मंत्रालय में क्यों भेज दिया गया?
अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए कहा कि देश की बदहाल अर्थ व्यवस्था के लिए मनमोहन सिंह और पी चिद्म्बरम को जिम्मेदार कत्तई नहीं ठहराया जा सकता. उन्होंने कहा कि उन दोनों की बात सुनने का साहस भी मौजूदा सरकार को दिखाना चाहिए.
गौरतलब है कि सिन्हा ने इससे पहले इंडियन एक्सप्रेस में लेख लिख कर चेताया था कि नोटबंदी और जीएसटी ने देश की अर्थव्यस्था का कबाड़ा निकाल दिया है.
इसके जवाब में उनके बेटे जयंत सिन्हा, जो उड्यन मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं, से एक अखबार में लेख लिखवा कर जवाब दिलवाने की कोशिश भाजपा ने की. साथ ही वित्त मंत्री अरुण जेटली ने यशवंत सिन्हा पर प्रहार किया कि उन्हें पूर्व वित्त मंत्री होने की आजादी नहीं है. जेटली ने कहा कि देश दीर्घकालिक विकास की तरफ बढ़ रहा है और कर संग्रह में इजाफा हुआ है.
याद रहे कि नोटबंदी और जीएसटी लागू किये जाने की आलोचना , जो यशवंत सिन्हा ने की थी तो उनके समर्थन में शिवसेना भी कूद पड़ी. एनडीए की सहयोगी शिवसेना ने मोदी सरकार को चुनौती दे डाली कि अगर य़शवंत सिन्हा की बात गलत है तो सरकार उसका सबूत पेश करे.