प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तेजस्वी यादव के मछली खाने को मुद्दा बनाया, तो लोगों ने धर लिया। सोशल मीडिया में लोग कह रहे हैं कि देश के प्रधानमंत्री के पास अपने दस साल की कोई उपलब्धि नहीं है, इसीलिए वे मछली खाने और न खाने को मुद्दा बना रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विपक्ष के नेता नवरात्र में मछली खाकर वीडियो शेयर कर रहे हैं। यह विपक्ष की मगलिया सोच है। याद रहे तेजस्वी यादव ने नवरात्र शुरू होने से एक दिन पहले मछली खाते हुए वीडियो शेयर किया था। तारीख भी आठ अप्रैल लिखी थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में सभा को संबोधित करते हुए मछली खाने पर विरोध जताया, तो सोशल मीडिया में लोगों ने धर लिया। पत्रकार और @moliticsindia के संपादक नीरज झा ने लिखा-10 सालों तक सत्ता में रहा प्रधानमंत्री अगर सावन में मटन और मछली खाने के कारण विपक्ष को सांप्रदायिक बताने की कोशिश कर रहा हो, तो समझ जाइए काम उसने नील बटा सन्नाटा किया है। अरे महाराज! क्या किया, क्या रहा – ये बताइए। पत्रकार और लेखक प्रभात कुमार मिश्रा ने लिखा-आधे लोग तब ताली बजाए थे, आधे वाले आज बजाएंगे! मछली, मटन … सावन, नवरात्रि..!! दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में बहस का स्तर इतना नीचे गिर जाएगा, कौन सोचा होगा?

RJD का तंज- बीफ कंपनी से चंदा लेनेवाले मछली पर ज्ञान दे रहे

इधर राजद ने भाजपा पर तीखा हमला किया है। कहा कि आधे लोग तब ताली बजाए थे, आधे वाले आज बजाएंगे! मछली, मटन … सावन, नवरात्रि..!! दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में बहस का स्तर इतना नीचे गिर जाएगा, कौन सोचा होगा? मछली खाने पर विवाद खड़ा करने की कोशिश में गाय का मांस बेचने वाली कंपनियों से चंदा लेने का मामला जोर से उठ गया। राजद प्रवक्ता मनोज झा ने कहा प्रधानमंत्री को मछली दिखाई दे रहा है। उन्हें तेजस्वी द्वारा दिये गये नौकरी नहीं दिख रहे। बात मछली पर कर रहे, नौकरी के मुद्दे पे चुप क्यों हैं प्रधानमंत्री जी।

Kishanganj में ओवैसी के प्रत्याशी को परेशान कर रहे तीन सवाल

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