गोडसे-भक्त गिरिराज की मंत्री की कुर्सी खतरे में
महात्मा गांधी के हत्यारे को सपूत बतानेवाले केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की कुर्सी खतरे में है। मोदी मंत्रिमंडल में अंतिम फेरबदल से कई परेशान, कई को उम्मीद।
2024 लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र के मोदी मंत्रिमंडल में अंतिम फेरबदलाव जल्द होने की संभावना है। इस फेरबदल में कई मंत्रियों की छुट्टी होगी और कई के लिए दरवाजे खुल जाएंगे। बिहार से दो केंद्रीय मंत्रियों की कुर्सी खतरे में है। राजनीतिक गलियारों से मिल रही जानकारी के मुताबिक केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की कुर्सी खतरे में है। हाल ही में उन्होंने महात्मा गांधी के हत्यारे गोडसे को सपूत कहा था। वे पहले भी ऐसे विवादित बयान देते रहे हैं। एक दूसरे केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे की चर्चा भी है। माना जा रहा है कि उनकी कुर्सी भी जा सकती है।
अब लोकसभा चुनाव में मुश्किल से नौ महीने बचे हैं। इसीलिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहेंगे कि इन महीनों में हर विभाग को चुस्त-दुरुस्त किया जाए। इसके लिए जरूरी है कि जिन मंत्रियों का परफॉरमेंस खराब है या अपेक्षा के अनुरूप नहीं है, उन्हें हटा कर काम करने वाले नए मंत्री बनाए जाएं। गिरिराज सिंह ग्रामीण विकास और पंचायती राज विभाग के मंत्री हैं। इनके विभाग ने ऐसा कुछ भी नहीं किया, जिसे आम लोगों की दृष्टि में कोई खास उपलब्धि कहा जा सके। इसके विपरीत मनरेगा का फंड कम किए जाने से ग्रामीण गरीबों में रोष ही देखा जा रहा है।
यूपीए सरकार द्वारा लाई गई मनरेगा योजना के कारण देश के ग्रामीण गरीबों को जीने का बड़ा सहारा मिला था। कई राज्यों ने मनरेगा का बेहतर उपयोग किया था, लेकिन अब वही मनरेगा मोदी सरकार की आलोचना का कारण बन रहा है। बिहार सहित कई प्रदेशों के ग्रामीण गरीबों में रोष देखा जा रहा है। प. बंगाल में पंचायती चुनाव होनेवाले हैं। वहां केंद्र सरकार द्वारा मनरेगा का फंड नहीं दिया जाना बड़ा मुद्दा बन गया है।
गिरिराज सिंह की कुर्सी जाएगी, तो उनकी जगह किसे जगह मिल सकती है? मीडिया में विवेक ठाकुर की चर्चा है। विवेक ठाकुर राज्यसभा के सदस्य हैं। वे पूर्व केंद्रीय मंत्री सीपी ठाकुर के बेटे हैं। ठाकुर और गिरिराज दोनों एक ही बिरादरी भूमिहार से आते हैं।
भाजपा सांसद सुशील कुमार मोदी का नाम भी चर्चा में है। कहा जा रहा है कि उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
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