राज्य में भीषण गर्मी का कहर जारी है। लू और हीट स्ट्रोक से मंगलवार को चौथे दिन भी 58 लोगों की मौत हो गयी, जबकि दर्जनों नये मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया।
सबसे अधिक रोहतास में 11 लोगों की मौत हुई, जबकि औरंगाबाद व गया में सात-सात, वैशाली व भागलपुर में पांच-पांच, पटना, नवादा, नालंदा व समस्तीपुर में तीन-तीन, सारण, भोजपुर व बक्सर में दो-दो और अररिया, कटिहार, लखीसराय, मुंगेर व पश्चिम चंपारण में एक-एक की मौत हो गयी। इस तरह चार दिनों में लू से 304 लोगों की जान जा चुकी है। वहीं, कैमूर में पहली बार एक दर्जन से अधिक नये मरीज समाने आये हैं, जिन्हें भभुआ सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इधर, लू के मद्देनजर मंगलवार को भोजपुर, गोपालगंज, सीवान, बेगूसराय, नालंदा जहानाबाद, बक्सर, समस्तीपुर, सीतामढ़ी, पश्चिमी चंपारण, मुजफ्फरपुर व वैशाली में भी धारा 144 लागू कर दी गयी। इसके तहत सुबह 11 बजे से शाम चार बजे तक सभी तरह के सरकारी और गैर सरकारी निर्माण कार्यों, मनरेगा के तहत मजदूरी का काम और खुली जगह में किसी भी तरह के सांस्कृतिक कार्यक्रम या लोगों के इकट्ठा होने पर पाबंदी लगा दी गयी है।
इससे पहले गया, औरंगाबाद, नवादा, मधुबनी व दरभंगा में पहले से धारा 144 लागू है। इधर, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा ने मगध मेडिकल कॉलेज में भर्ती हीट वेव से पीड़ित मरीजों का हाल-चाल जाना। उन्होंने मरीजों व उनके परिजनों को आश्वस्त किया कि किसी को घबराने की जरूरत नहीं हैं। सरकार समान रूप से सब की मदद कर रही है। मुख्यमंत्री स्वयं इस मामले को लेकर गंभीर हैं।
गया के डुमरिया की छकरबंधा पंचायत के तारचुआ गांव के मंदीप भुइंया (30) की मौत लू लगने से हो गयी। पंचायत के मुखिया संजय प्रसाद गुप्ता ने बताया कि मंदीप भुइंया शादी समारोह में अपने रिश्तेदार के यहां गये हुए थे. घर लौट कर आने के बाद वह शौच के लिए बाहर गये थे।