JDU MLC व मानारिटी सेल के इंचार्ज तन्वीर अख्तर की मौत
जनता दल युनाइटेड के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के इंचार्ज व विधान पार्षद तन्वीर अख्तर Tanveer Akhtar) आखिरकार कोरोने से जंग हार गये. उनकी मौत से नीतीश कुमार व उनकी पार्टी को भारी नुक्सान हुआ है.
तन्वीर अख्तर जवाहर लाल नेहरू युनिवर्विसटी छात्र संगठन के अध्यक्ष भी रह चुके थे. उनके निधन पर पार्टी ने गहरी संवेदना जताई है. पार्टी के ये दूसरे विधायक हैं जिन्होंने कोरोना से जान गंवा दी. इससे पहले तारापुर के विधायक व एक दिन के शिक्षा मंत्री रहे मेवा लाल साह की भी मौत कोरोना से हो गयी थी.
तन्वीर अख्तर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने की घोषणा मुख्यमंत्री ने कही है.
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वह पिछले पंद्रह दिनों से कोरोना से जंग लड़ रहे थे. उनका निधन पटना के अस्पताल में हुआ.
छात्र जीवन से राजनीति में सक्रिय रहे तन्वीर इसस पहले कांग्रेस में थे. नीतीश कुमार की पहल पर वह जदयू में आये. नीतीश कुमार को उनकी सांगठनिक क्षमता पर काफी भरोसा था. उन्होने उनकी काबलियत को देखते हुए न सिर्फ अल्पसंख्यक प्रोष्ठ का अध्यक्ष बनाया बल्कि विधान परिषद का भी सदस्य बनाया.
उनकी मौत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी संवेदना व्यक्त की है. उधर बिहार के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान ने भी तन्वीर अक्तर की मौत पर गहरी संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने कहा कि उन्हें यकीन नहीं हो रहा कि इतनी कम उम्र में तन्वीर साहब हमारा साथ छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि तन्वीर साहब के पास राजनीतिक विजन था. वह राज्य के अल्पसंख्यकों को जदयू से जोड़ने का लगातार प्रयास करते रहे.
उधर अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष एकबाल हैदर खान मेजर ने कहा कि तन्वीर साहब एक हंसमुख इंसान और गंभीर सियासतदान थे. उन्होंने जदयू को मजबूत करने में अपनी आंखिरी सांस भी लगा दी.जनता दल यू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व उपाध्यक्ष एकबाल हैदर खान ने उनकी मौत को अपूर्णीय क्षति बताते हुए कहा कि उन्होंने बरसों तक उनके साथ काम किया और पार्टी को मजबूत करने में अपनी भूमिका निभाई. उन्होंने तन्वीर अख्तर का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान से किये जाने की घोषणा का स्वागत किया है
तन्वीर अक्तर के निधन पर जदयू अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व महासचिव अब्दुल बाकी ने भी संवेदना जताई है.