सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने औद्योगिक घरानों से देश के समग्र विकास के लिए औद्योगिक क्षेत्र की प्रगति के साथ ही कृषि क्षेत्र और पिछड़े इलाकों के विकास के लिए भी काम करने का आग्रह किया है।
श्री गडकरी ने शुक्रवार को भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) की राष्ट्रीय परिषद को संबोधित करते हुए कहा कि देश की प्रगति के लिए औद्योगिक विकास आवश्यक है लेकिन हमारी बड़ी आबादी कृषि पर निर्भर है, इसलिए कृषि क्षेत्र में कैसे विकास लाया जा सकता है इसके लिए भी औद्योगिक घरोनों को काम करने की जरूरत है। इसके अलावा पिछड़े क्षेत्रों को विकास भी सबकी जिम्मेदारी है इसलिए इस ओर भी ध्यान देना आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास नयी तकनीकी का इस्तेमाल कर ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा करना है और इसके लिए प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। औद्योगिक घराने इस काम में आगे आएंगे तो सरकार मदद करेगी। सरकार ऐसे तकनीकी प्रशिक्षण खोल रही है जिनके माध्यम से परंपरागत तकनीकी को मजबूत बनाकर लोगों का कौशल विकास किया जा रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सरकार का मकसद रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर पैदा करना है और इसके लिए तकनीकी विकास और प्रशिक्षित कामगारों की टीम तैयार किया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि इस काम के लिए कारपोरेट घरानों को भी सामने आना चाहिए। औद्योगिक घराने इस काम में जो भी मदद करना चाहेंगे सरकार उनको इसकी अनुमति देगी और सरकार की तरफ से मदद भी की जाएगा।
गडकरी ने कहा कि सरकार परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दे रही है। परंपरागत काम दक्षता के साथ आगे बढ़े इसके लिए उनका कौशल विकास किया जा रहा है। कौशल विकास केंद्रों के जरिए कामगारों को आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण दिया जा रहा है ताकि देश के परंपरागत उत्पादाें को विश्व स्तरीय बनाया जा सके और इसके जरिए रोजगार के ज्यादा से ज्यादा अवसर पैदा किए जा सके।
उन्होंने इस संबंध में बांस उद्योग का जिक्र किया और कहा कि इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है और बांस उत्पादों को नयी तकनीकी के साथ विकास किया जा रहा है। बांस से निर्मित सामान की देश ही नहीं विदेशों में भी बहुत मांग है। बांस का सामान बनाने के लिए नयी तकनीकी का इस्तेमाल किए जाने के साथ ही कामगारों का कौशल विकास किया जा रहा है। सरकार इस दिशा में विशेष ध्यान दे रही है।