राजगीर में Veerayatan का समर कैंप, कभी नहीं भूल पाएंगे बच्चे
स्कूलों में गर्मी छुट्टी होने वाली है। कई संगठन बच्चों के लिए समर कैंप लगाते हैं। राजगीर स्थित Veerayatan का समर कैंप जिंदगी में कभी नहीं भूल पाएंगे बच्चे।
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कुमार अनिल
आम तौर से समर कैंप में बच्चे खूब धमाल मचाते हैं। डांस करते हैं। गीत गाते हैं। पर्यटन स्थलों में सैर करने जाते हैं और भी अनेक तरह के क्रिएटिव कार्य करते हैं। वीरायतन में भी बच्चों का समर कैंप आयोजित हो रहा है। वीरायतन, राजगीर में 14 अप्रैल से शुरू होने वाले तीन दिवसीय समर कैंप परंपरागत समर कैंप से भिन्न तरह का है। इसमें बच्चे न सिर्फ भगवान महावीर की भूमि का साक्षात्कार करेंगे, बल्कि उनकी शिक्षाओं से भी रू-ब-रू होंगेे। भले ही ढाई हजार साल पहले भगवान महावीर ने अहिंसा और मैत्री-प्रेम का संदेश दिया, लेकिन आज की दुनिया के लिए इसका महत्व शायद सबसे ज्यादा है। वह विचार जैसे आज के लिए ही भगवान महावीर ने दिए हों।
राजगीर स्थित वीरायतन में बच्चे पद्मश्री आचार्य चंदना जी के विचारों से भी रू-ब-रू होंगे। उनकी सेवा, शिक्षा और साधना को समझेंगे। बच्चे पावापुरी भी जाएंगे। पावापुरी के इतिहास से भी रू-ब-रू होंगे। वीरायतन अपनी सेवा और शिक्षा कार्यों के लिए जाना जाता है। बच्चे राजगीर के जू सफारी और अन्य केंद्रों का भी भ्रमण करेंगे। वीरायतन में पेड़ों के नीचे बैठना, पक्षियों की चहचहाहट सुनना, यहां की लाइब्रेरी में वक्त गुजारना वे कभी नहीं भूल पाएंगे। और साध्वी संघ का सान्निध्य, उनका अपनापन भला कोई कैसे भूल सकता है।
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समर कैंप का आयोजन श्री चंदना स्वाध्याय मंदिर कोलकाता ने किया है। इससे पहले महावीर जयंती पर वीरायतन के पावापुरी तथा लछुआर स्कूलों में विशेष कार्यक्रम हुए।
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