किसान, मजदूर, नौकरी खो चुके युवा कैसे करें योग : कांग्रेस-राजद

राजस्थान में ऊंट को लिटा कर उसपर योगासन किया गया। ओम थानवी ने इसे क्रूरता कहा। कांग्रेस के राहुल गांधी और राजद की रोहिणी ने भी उठाया सवाल।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी, राजद की रोहिणी आचार्य, जनसत्ता के पूर्व संपादक ओम थानवी सहित अनेक लोगों ने जिस तरह योग दिवस पर ताम-झाम का प्रदर्शन हुआ, उस पर सवाल उठाए हैं। CMIE के अनुसार मई महीने में 15 लाख लोगों की नौकरी चली गई। बिहार-उत्तप्रदेश के युवा नौकरी पाने की आशा में उम्र गंवा रहे हैं। मजदूर के पास काम नहीं है। आखिर ये लोग योगा दिवस कैसे मनाएं?

राहुल गांधी ने एक पंक्ति का ट्वीट किया- t’s #YogaDay Not #HideBehindYogaDay (यह योग दिवस है, न कि योग के पीछे छिपने का दिन)। राजद की रोहिणी आचार्य ने ट्विट किया-घंटी बजवाकर देश जलाया..! योगा करने का ढोंग रचाकर जनता को बेवकूफ बनाया!! उन्होंने पूर्व जस्टिस काटजू का पोस्टर शेयर किया है, जिसमें लिखा है-पेट खाली और योग कराया जा रहा है, जेब खाली और खाता खुलवाया जा रहा है। सचमुच देश बदल रहा है।

जनसत्ता के पूर्व संपादक और लेखक ओम थानवी ने ऊंट को लिटाकर उसपर योग करते लोगों का फोटो शेयर किया और कहा- निर्दय योग! ऊँट के पाँव बांधकर, क़ालीन के माफ़िक़ ज़मीन पर बिछाकर उसकी पीठ पर योगासन करना योग नहीं है, क्रूरता भरा अत्याचार है। साधना और आत्मानुशासन वाले योग को सरकारी आदेशों से सड़क-मैदान की कसरत-पीटी में बदल देना इस दौर की एक और नायाब देन समझिए।

Thanks Modiji का विज्ञापन देने कहा जा रहा : सिसोदिया

एक अन्य ट्वीट में थानवी ने कहा कि देश के लोग आज रोटी मांग रहे हैं, रोजगार, आवास , अच्छे अस्पताल, अच्छे स्कूल-कॉलेज मांग रहे हैं, न कि योग। लोगों को असली मुद्दों से भटका कर भूखे लोगों को कहा जा रहा है कि आप योग करें। यह क्रूर मजाक है। अनेक लोगों ने लिखा कि योगा दिवस के नाम पर देश के असली संकट से छिपने की कोशिश की गई।

जिनके नहीं रहने से मोदी हुए फेल, उन्हें Stalin ने अपने साथ जोड़ा

By Editor