जिस वकील हसन ने 41 जान बचाई, उसके घर पर चला दिया बुलडोजर

जिस वकील हसन ने 41 जान बचाई, उसके घर पर चला दिया बुलडोजर। जिसे पुरस्कृत करना था, उसे बेघर किए जाने के खिलाफ देश भर से उठी आवाज।

रैट माइनर वकील हसन को भला कौन भूल सकता है। उन्होंने और उनकी टीम ने उत्तरकाशी में टनल में फंसे 41 मजदूरों की जान बचाई थी। जब सारे विशेषज्ञ और इंजीनियर फेल हो गए, बड़ी-बड़ी मशीनें फेल हो गईं, तो वकील हसन और उनके साथियों ने अपनी जान को जोखिम में डालकर 41 मजदूरों की जान बचाई थी। तब केंद्रीय मंत्री तक ने इनका स्वागत किया था। हर तरफ से इन्हें बदाइयां मिली थीं। अब उसी वकील हसन के घर को गौर कानूनी बताकर बुलडोजर से ध्वस्त कर दिया गया। उनका घर गिराए जाने के खिलाफ देशभर से आवाज उठी है।

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा- “मेरे हसबैंड तो हीरो थे उत्तरकाशी के… 41 लोगों की जान बचाई थी उन्होंने… सब उन्हें सम्मान दे रहे थे। आज उस सम्मान के बदले मेरा मकान ले लिया!” वकील हसन ने अपनी जान जोखिम में डालकर उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूरों की जान बचाई थी। तब अपने प्रचार के लिए भाजपा के बड़े-बड़े नेताओं ने उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं थीं। जब प्रचार खत्म हो गया तो आज उसी वकील हसन को थाने में बंद कर दिया और उनका घर तोड़कर उनके बच्चों के सिर से छत छीन ली। गरीबों का घर तोड़ना, उन्हें कुचलना, प्रताड़ित और अपमानित करना – यह अन्याय ही भाजपा के “अन्यायकाल” की सच्चाई है। जनता इस अन्याय का जवाब जरूर देगी।

कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने कहा जिस वकील हसन ने पिछले साल उत्तरकाशी में फंसे 41 लोगों की जान बचाई, उसे ईनाम देने के बजाय उसका घर बुलडोज़र लगाकर गिरा दिया गया, @official_dda क्या आपके अधिकारी किसी विशेष साम्प्रदायिक मानसिकता के शिकार हैं ? दिल्ली में जो हो रहा है उस पर आपकी मौन सहमति समझी जाये @narendramodi जी ? सांसद स्वाति मालिवाल ने कहा-जिन जाँबाज़ों ने उत्तरकाशी में टनल में फँसे मज़दूरों को निकाला उनमे से एक का घर आज केंद्र सरकार की DDA ने गिराया। ज़िंदगी बीत जाती है सर पर छत बनाने में, तुम एक मिनट नहीं लगाते उजाड़ने में।

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By Editor